Drug Police: दुर्ग पुलिस ने अपराध पर लगाम लगाने के लिए कसी कमर, SP खुद निकाल रहे बाइक रैली
Drug Police: दुर्ग में पुलिस आम जनता में बेहतर समन्वय बनाने की कोशिश कर रही है, जिससे लोगों को पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े और वह कोई भी घटनाओं की जानकारी खुलकर पुलिस से साझा कर सकें.
Drug News: अगस्त महीना आते ही त्योहार के सीजन की शुरुआत हो जाती है. ऐसे में यह भी देखा जाता है कि इन सीजनों में अपराधिक घटनाएं बढ़ जाती हैं. जिसको देखते हुए छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की दुर्ग पुलिस (Durg Police) ने अपराधी और अपराधों पर नकेल कसने के लिए जमीन पर उतर आए हैं. जिले के एसपी अभिषेक पल्लव (Abhishek Pallava) खुद इसका नेतृत्व कर रहे हैं. रोजाना दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव भारी दल-बल के साथ जिले के सभी इलाकों में पैदल और बाइक रैली निकालकर अपराध जगत से जुड़े लोगों में पुलिस का डर पैदा कर रहे हैं.
साथ ही आम नागरिकों से पुलिस का समन्वय बनाने की कोशिश कर रहे हैं. दरअसल दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव रोजाना 200 से अधिक पुलिस जवानों के साथ जिले के उन इलाकों में भ्रमण कर रहे हैं, जहां पर ज्यादा भीड़-भाड़ होती है और अपराधिक घटनाओं के साथ-साथ अपराध से जुड़े लोग रहते हैं. इसके पीछे दुर्ग पुलिस का मकसद यह है कि अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी पर नकल कसा जा सके, ताकि त्योहारी सीजनों में अपराधी किसी घटना को अंजाम न दे.
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अब सीधे एसपी से अपनी समस्या बता रहे हैं लोग
इसके साथ ही पुलिस आम जनता में बेहतर समन्वय बनाने की कोशिश कर रही है, जिससे लोगों को पुलिस के प्रति विश्वास बढ़े और वह कोई भी घटनाओं की जानकारी खुलकर पुलिस से साझा कर सके. दुर्ग पुलिस की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान की लोग अब तारीफ भी कर रहे हैं और लोग सीधे दुर्ग पुलिस अधीक्षक से रूबरू होकर अपनी समस्या बता रहे हैं. इसके साथ ही लोग अब यह भी कह रहे हैं कि दुर्ग पुलिस द्वारा किए जा रहे इस कार्य से लोग अब भयमुक्त होकर घरों से निकल रहे हैं.
गृह मंत्री ने सभी जिलों के एसपी के दिए थे ये निर्देश
दुर्ग के एसपी अभिषेक पल्लव का कहना है कि आम जनता में पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ाने और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए रोजाना दल-बल के साथ पुलिस ऐसे इलाकों का दौरा किया जा रहा है, जहां भीड़भाड़ ज्यादा होता है और उन इलाकों में ज्यादा आपराधिक घटनाएं होती हैं. इससे लोगों के मन से अपराधियों का डर निकल जाए और वे सीधे किसी भी जानकारी को पुलिस से सीधे साझा कर सके. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू ने समीक्षा बैठक लेकर छत्तीसगढ़ के तमाम जिले के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए थे कि वे अपने जिलों में बढ़ते आपराधिक घटनाओं में अंकुश लगाए, साथ ही जनता के साथ पुलिस का बेहतर समन्वय स्थापित करे.