Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग (Durg) जिले के 12 महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क बहुत जल्द ही रोजगार हब के रूप में बनने जा रहा है. यहां पर युवाओं को बड़े पैमाने पर रोजगार के साथ ही उद्यमियों को भी कार्य करने के लिए अच्छा इंफ्रास्ट्रक्चर मिलेगा. कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने रुरल इंडल्ट्रियल पार्क (रीपा) से जुड़े हुए अधिकारियों की बैठक ली.
डीएम ने क्या कहा
कलेक्टर ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की सोच के अनुसार ग्रामीण औद्योगिक पार्कों में बड़े पैमाने पर उद्यम की गतिविधियां शुरू की जानी हैं. इसके लिए जरूरी है कि हम रीपा में ऐसे प्रोडक्ट का चयन करें जिनकी स्थानीय स्तर पर मांग अच्छी हो. प्रोडक्ट में कुछ खूबी हो जिसकी वजह से उसकी विशिष्टता मार्केट में मौजूद अन्य प्रोडक्ट से हो. प्रोडक्ट के चयन के साथ ही इसकी पैकेजिंग और मार्केटिंग पर भी ध्यान देना जरूरी है. इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन भी मौजूद रहे.
लगभग 300 एमएसएमई यूनिट भी जिले में
कलेक्टर ने उद्योग विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में काम कर रही एमएसएमई यूनिटों से इस संबंध में चर्चा करें. ताकि वे ग्रामीण औद्योगिक पार्कों में जमीन और दिये गये इंफ्रास्ट्रक्चर का उपयोग कर अपनी यूनिट लगाएं. रोजगार सृजन कार्यक्रमों के अंतर्गत सरकार युवाओं को लोन भी देती है. ब्लॉकवार बेरोजगार और उद्यम की इच्छा रखने वाले युवकों का चिन्हांकन करें और इन्हें रोजगार सृजन कार्यक्रमों से जोड़कर रीपा में अपना काम शुरू करने के लिए प्रेरित करें. अच्छा काम करने वाली समूह की महिलाओं को भी उद्यमशीलता के लिए बढ़ावा दिया जाए.
इस तरह के प्रोजेक्ट्स लगेंगे पार्कों में
जिन क्षेत्रों में जिस फसल का उत्पादन होता है उन इलाकों को रीपा के लिए चिन्हांकित किये गये हैं. उदाहरण के लिए धमधा में टमाटर ज्यादा होता है. इसलिए उस क्षेत्र में कैचअप और सूप से जुड़े प्रोडक्ट्स के यूनिट लगेंगे. केले के पत्तों से बायोडिग्रेडेबल दोना-पत्तल जैसी सामग्री तैयार होती है. इसके रेशे से भी सामग्री बनाई जाती है. इसके भी यूनिट लगेंगे. बारदाने आदि के निर्माण के प्रोजेक्ट भी प्रस्तावित हैं.
इन इलाकों में रीपा के ब्रांच है
दुर्ग ब्लाक में अंजोरा, कात्रो, ढाबा, चंदखुरी में, धमधा में मोहंदी, हसदा, पुरदा, दानिकोड़ी और पाटन में सांकरा, फुंडा, कुर्मीगुंडरा, असोगा में रीपा हैं. हर ब्लॉक में अन्य प्रोडक्ट के साथ ही खास तरह के प्रोडक्ट्स पर भी जोर दिया जा रहा है. इनमें दुर्ग ब्लॉक में मूलतः स्टेशनरी और फ्लैक्स प्रिटिंग यूनिट, एलईडी और सोलर लाइट एसेंबलिंग यूनिट, गारमेंट मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट, मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट प्रमुख हैं. धमधा ब्लॉक में आरओ और मिनरल वाटर प्लांट, टोमैटो प्रोसेसिंग यूनिट, बनाना क्लस्टर, सीमेंट पोल्स आदि काम प्रमुख हैं. पाटन में गुलाल यूनिट, एनीमल फूड यूनिट, हेल्दी स्नैक्स मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट, बारदाना पालीथिन बैग आदि का निर्माण कार्य शामिल है.
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