Durg News: चिटफंड कंपनियों पर बड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में दुर्ग प्रशासन, रडार पर हैं ये कंपनिया
दुर्ग जिला प्रशासन चिटफंड कंपनियों पर कार्रवाई की तैयारी कर रहा है, इसके लिए प्रशासन ने धोखाधड़ी करने वाली कंपनियों की सूची तैयार कर ली है. कंपनी की संपत्ति कुर्क किए जाने के बाद इसे नीलाम किया जाएगा.
Durg News: दुर्ग में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निदेश के बाद प्रदेश के पूरे जिलों में चिटफंड कंपनियों पर लगातार कार्रवाई की जा रही है. दुर्ग जिला प्रशासन अब, जो कंपनियां जमा राशि कम समय में दुगने किए जाने का लालच देकर मोटी रकम ऐंठने वाली हैं, उन चिटफंड कंपनियों की संपत्ति प्रशासन द्वारा कुर्क की जाएगी. ऐसे कंपनियों का चिन्हांकन कर प्रशासन द्वारा उनकी संपत्ति की कुंडली भी तैयार कर ली गई है.
प्रशासन की इस कार्रवाई से चिटफंड कंपनियों मचा हड़कंप
दुर्ग जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से चिटफंड संचालकों में हड़कंप की स्थिति बनी है. उल्लेखनीय हैं कि आम जनता को संस्था के द्वारा विभिन्न लोक लुभावनी योजना बताकर और उनसे रूपए जमा करा कर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी, छल, फरेब कर राशि कपट पूर्वक तरीके से जमा किए जाने के कारण आरोपी संस्था एवं उनके संचालकों की संपत्ति कुर्क की जाएगी.
इन कंपनियों की संपत्ति होगी कुर्क
दुर्ग कलेक्ट्रेट से प्राप्त जानकारी के अनुसार कंपनी टोगो रिटेल मार्केटिंग कंपनी लिमिटेड, टोगो स्वास्थ्य एवं जन कल्याण संस्थान एवं सहयोगी कंपनी बामची केमिकल्स लिमिटेड, बेसिल इंटरनेशनल लिमिटेड, निक्सिल फार्मसिटीकल लिमिटेड, जैग पालीमर्स कंपनी लिमिटेड, मिलानी टेक्नो इंजीनियरिंग दर्जनभर चिटफंड लिमिटेड, जियो साईन माईन्स-2, कंपनी लिमिटेड एवं पेट्रान मिनिरल्स एवं माइन्स लिमिटेड की संपत्ति कुर्क करने का आदेश जारी किया गया है. कंपनी के एरिया मैनेजर प्रशांत मजूमदार आत्मज चिनुराम मजुमदार एवं पिजुस मजुमदार आत्मज प्रशांत मजुमदार निवासी मकान नंबर 5 ए अनुष्ठा रेसीडेंसी जुनवानी भिलाई तहसील दुर्ग की चल-अचल संपत्ति को निक्षेपकों के हितों का संरक्षण अधिनियम अंतर्गत कुर्क किए जाने हेतु आदेश पारित किया गया है. इन कंपनियों की संपत्तियों के नीलाम करके निवेशकों को वापस की जाएगी डूबत रकम.
पुलिस चला रही धरपकड़ अभियान
एक तरफ जहां प्रशासन द्वारा कंपनियों की संपत्तियों की पड़ताल की जा रही है, वहीं दूसरी ओर पुलिस प्रशासन भी कंपनी के डायरेक्टरों की खोजबीन में लगी है. मोहननगर पुलिस ने बुधवार को ही इंफ्रा लिमिटेड के डायरेक्टर की गिरफ्तारी की है. आरोपी द्वारा 13 लोगों से पच्चीस लाख रूपए से अधिक राशि वसूली गई थी.
आवेदन के बाद कर रहे इंतजार
जिला प्रशासन द्वारा पूर्व में ऐसे लोगों से आवेदन भी मंगाए थे, जिनके द्वारा ऐसे चिटफंड कंपनियों में निवेश किया गया है. इस दौरान प्रशासन के समक्ष दो लाख से अधिक आवेदन आए थे. आवेदन दिए जाने के बाद निवेशक पिछले पांच माह से राशि मिलने का इंतजार कर रहे है. माना जा रहा है कि कंपनी की संपत्ति कुर्क किए जाने के बाद इसे नीलाम किया जाएगा. इस नीलामी राशि को ही निवेशकों को वापस किया जाएगा.
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