Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग (Durg) में CBI की 20 सदस्यीय टीम ने शुक्रवार को दुर्ग के आयकर अधिवक्ता सुरेश कोठारी के घर में दबिश दी. इसके बाद उससे लगभग 6 घंटो तक लगातार पूछताछ चलती रही. पूछताछ के बाद सीबीआई के अधिकारी सुरेश कोठारी और उसके बेटे सिद्धार्थ कोठारी को दुर्ग सीजेएम कोर्ट लेकर पहुंचे. कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेने के बाद दोनों बाप - बेटे और उसके सीए श्रीपाल कोठारी को लेकर CBI पश्चिम बंगाल रवाना हो गई.
पूरा मामला 54 करोड़ रुपयों के शेयर घोटाले से जुड़ा हुआ है. इसे सुरेश कोठारी और उनके बेटे सिद्धार्थ कोठारी ने कूटरचित कर अपने नाम कर लिया था. छत्तीसगढ़ में ईडी की लगातार कार्यवाई किए जाने के बाद अब CBI की टीम की भी इंट्री शुरू हो गई है. दुर्ग के पद्मनाभपुर में सुरेश कोठारी के घर सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम ने दस्तक दी. इस कार्यवाई के दौरान सुरेश कोठारी और उसका बेटा सिद्धार्थ कोठारी भी घर पर मौजूद था.
सीबीआई ले गई तीनों को पश्चिम बंगाल
दरअसल प्राथी कलकत्ता निवासी प्रकाश जायसवाल ने हाईकोर्ट में अपील की थी कि उसके 54 करोड़ रुपयों के शेयर को सुरेश कोठारी, सिद्धार्थ कोठारी और उसके सीए श्रीपाल कोठारी ने कूटरचित कर हड़प लिए. हाईकोर्ट के आदेश पर शुक्रवार को सीबीआई ने इनसे पूछताछ की. करीब 6 घंटे तक चली पूछताछ के बाद तीनों को दुर्ग के सीजेएम कोर्ट में पेश किया गया. यहां से तीन दिनों की ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद कोठारी बंधुओ को लेकर CBI के अधिकारी पश्चिम बंगाल के रवाना हो गए.
दिन भर चली इस कार्यवाही को लेकर CBI के अधिकारियों ने पूरे समय तक मीडिया से दूरी बनाए रखी और किसी भी तरह की कोई जानकारी देने से बचते रहे. वहीं प्राथी प्रकाश जायसवाल के वकील अभिषेक दास वैष्णव ने इस कार्यवाई के बाद बताया है कि प्रकाश जायसवाल मुख्य रूप से कोलकाता के रहने वाले हैं. उन्होंने कोठारी बंधुओ की कंपनी रजत बिल्डकॉन में 54 करोड़ रुपयों के शेयर खरीदे थे, लेकिन हेराफेरी कर कोठारी बंधुओ ने उनके शेयरों को अपने नाम कर लिया. इसके बाद पश्चिम बंगाल के बरटोला थाने में धारा 420, 467, 468 के तहत मामला दर्ज किया गया था. ढाई साल बाद इस मामले में जाकर कार्यवाई हुई है.