Chhattisgarh: मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लोगों से करता था ठगी, दुर्ग पुलिस ने गैंग के 4 लोगों को किया गिरफ्तार
Durg: छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस ने मोबाईल टॉवर लगवाने के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले एक गिरोह का भांडाफोड़ किया है. साथ ही पुलिस ने इस गिरोह की तीन महिलाओं और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है.
Chhattisgarh Crime News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की दुर्ग (Durg) पुलिस ने एक ऐसे ठग गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जो प्रदेश समेत कई राज्यों में मोबाईल टॉवर लगाने के नाम पर लाखों की ठगी कर चुके हैं. इस गिरोह में तीन महिलाओं समेत एक पुरुष शामिल है. ये गिरोह बकायदा पश्चिम बंगाल में एक कॉल सेंटर ऑफिस खोलकर किसानों और लोगों को टॉवर लगाने का लालच देकर उनसे लाखों की ठगी करता था.
दरसअल दुर्ग जिले के पाटन में रहने वाले किसान तेजेंद्र कुमार चक्रधर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में उन्होंने कहा था कि कुछ लोगों ने उनसे टावर लगाने के नाम पर लगभग 60 हजार की ठगी की है. इसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई. पुलिस ने किसान और ठगों की मोबाइल फोन में हुए बातचीत और मोबाइल नंबर के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी.
3 महिलाओं समेत चार आरोपी गिरफ्तार
पुलिस को जांच में पता चला कि मोबाइल टावर लगाने के नाम पर कॉल कर करने वाले पश्चिम बंगाल के हैं. इसके बाद दुर्ग पुलिस की एक टीम पश्चिम बंगाल पहुंच गई और वहां से 3 महिलाओं समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर दुर्ग ले आई. पकड़े गए ये ठग पश्चिम बंगाल 24 परगना में कॉल सेन्टर के नाम पर ऑफिस चलाकार लोगों से ठगी करते थे. टावर लगाने का लालच देकर इन ठगों ने पाटन के किसान से लगभग 60 हजार रुपये की ठगी की थी. जांच में इस बात का भी पता चला कि आरोपियों द्वारा छत्तीसगढ़ के 3 जिलों में अभी तक करीबन 25 लाख रुपये की ठगी की गई है.
44 मोबाइल 22 नग डायरी जप्त
इतना ही नहीं पुलिस ने आरोपियों के पास से पुलिस ने 44 मोबाइल 22 नग डायरी और एक दुपहिया वाहन जप्त किया है. दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि पाटन के किसान तेजेन्द्र कुमार चक्रधर से जून 2022 को महिला आरोपी दीपिका मंडल ने एयरटेल मोबाईल कंपनी कोलकाता का हवाला देकर खेत में एयरटेल कंपनी का मोबाईल टावर लगाने का ऑफर दिया था. इसके एवज में उन्हें कंपनी द्वारा एडवांस में 15 लाख रुपये देने और और टावर लगने के बाद हर महीने 20 हजार रुपये देने की बात कही.
इस तरह किसान को ठगा
इसके बाद ठगों ने दस्तावेज तैयार करने के लिए प्रोसेसिंग चार्ज के रूप किसान से 60 हजार रुपये मांगे और कहा कि वो और इसे किश्तों में दे सकते हैं. किसान तेजेंद्र ने ठगों के झांसे में आकर 25 जून से 4 जुलाई 2022 तक 4 किश्तों कुल 59460 रुपये का भुगतान किया. लेकिन जब उन्हें इस मामले में ठगे जाने का एहसास हुआ तो, उन्होंने 24 नवंबर 2022 को आरोपियों के खिलाफ पाटन थाने में मामला दर्ज कराया.
बता दें इस शातिर गैंग के द्वारा छत्तीसगढ़ के कवर्धा में एक व्यक्ति से 21 लाख रुपये, धमतरी से 3 लाख 36 हजार रुपये, धमधा दुर्ग क्षेत्र से 90 हजार रुपये, शिवनी मध्य प्रदेश में 38460 रुपये की ठगी भी की गई है.
Watch: थाने के सामने हाथ जोड़कर रोने लगे BJP के पूर्व मंत्री, बोले- 'साहब मेरी FIR दर्ज कर लो...'