Durg News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) शासन के द्वारा चलाए जा रही कई योजनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों की महिला समूह अलग-अलग कारोबार करके लाखों रुपए की कमाई कर रहे है. वहीं एक महिला समूह ने यहां ओफीलिया यानी डेजी या गुलबहार के फूलों की खेती (Flower Farming) शुरू की है और पहली बार की ही खेती में ही इसका अच्छा उत्पाद मिला. इसमें सबसे अच्छी बात ये है कि डेजी के फूलों की डिमांड बाजार में भी अच्छी रही.


अधिकारियों ने किया महिलाओं का मार्गदर्शन


दमोदा गौठान में आधा एकड़ जमीन में समूह की महिलाओं ने डेजी लगाया है. समूह की अध्यक्ष योगिता देशमुख ने बताया कि हमें जिला पंचायत एवं उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों ने बताया था कि फूलों की खेती में भी काफी संभावना है. जिले में गेंदे का फूल काफी होता है और उसकी अच्छी डिमांड भी है. इसलिए उन्हें नए किस्म के फूलों की खेती करनी चाहिए. उन्होंने हमें गुलबहार के बारे में बताया. हमने इसे लगाया और पहली ही बार में इसकी अच्छी पैदावार हुई. सबसे अच्छी बात ये रही कि दुर्ग के फूल बाजारों सहित अब प्रदेश में भी इसकी अच्छी डिमांड हो रही है. व्यापारियों ने इसे ना सिर्फ अच्छे दाम पर खरीदा बल्कि पहले से ही इसके लिए एडवांस आर्डर दे दिया.


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गौठानो में कर रहे है महिला समूह कई कारोबार


जिला पंचायत सीईओ अश्विनी देवांगन ने बाताया कि सरकार द्वारा नरवा गरवा घुरवा बाड़ी योजना के तहत हर गौठान में अलग-अलग तरह की गतिविधि की जा रही है. यहां नई नई तकनीक के द्वारा कारोबार किया जाता है.  जिसकी बाजार में अच्छी डिमांड रहती है. दमोदा समूह की महिलाओं ने ये नया प्रयोग किया है. उन्होंने बताया कि हम ऐसे प्रयोग पर जोर दे रहे हैं. जिसमें हमारे मार्केट की निर्भरता बाहर से आने वाले उत्पादों पर है. इससे हम स्थानीय स्तर अपनी आय को बढ़ा सकते हैं.


पहली बार में हुई इतनी कमाई


सहायक विकास विस्तार अधिकारी दुर्ग जनपद रुचि वर्मा ने बताया कि डेजी के फूलों से महिलाओं ने पहली बार में 30 हजार रुपए की कमाई मात्र आधा एकड़ की फसल से की है. इस फसल की खासियत ये है कि इसमें खरपतवार का खतरा कम होता है. अन्य फूलों की तुलना में यह फूल अधिक मजबूत होता है. दुर्ग के फूल बाजार में इसकी खपत भी अच्छी है। यही कारण है कि यहां महिलाओं का नवाचार सफल रहा.


दूसरी बार की फसल भी रही अच्छी


समूह की महिलाओं ने बताया कि पहली बार के फूल बाजार में बिक गए. अब फिर से फूल की फसल तैयार है. इसे बेचने की तैयारी चल रही है.उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि उनका प्रयोग सफल रहा.


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