मुख्यमंत्री भूपेश बघेल रविवार को दुर्ग जिले के परसदा गांव पहुंच कर साहू समाज के कार्यक्रम में शामिल हुए. इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपने सांस्कृतिक मूल्य और सांस्कृतिक धरोहरों को सहेजने के साथ ही आर्थिक विकास का रास्ता हमने चुना. हमने अपने तीज त्योहारों परंपराओं को सहेजने की दिशा में कार्य किया. इसी क्रम में भक्त माता कर्मा की जयंती पर भी अवकाश आरंभ किया. इस अवकाश की मांग सामाजिक जनों ने नहीं की थी लेकिन हमें महसूस हुआ कि भक्त माता कर्मा के भक्तों के लिए यह बहुत अच्छा कार्य होगा.
नव दंपत्तियों को मुख्यमंत्री ने दिया आशीर्वाद
इस अवसर पर उन्होंने आदर्श विवाह के नव दंपति को भी आशीर्वाद दिया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सांस्कृतिक परंपराओं को सहेजने के साथ आर्थिक विकास का रास्ता भी हमने अपनाया है. उन्होंने कहा कि हमारी सांस्कृतिक मान्यताएं कृषि प्रधान अर्थव्यवस्था से संबंधित है. इन्हें बढ़ावा देकर हम कृषि अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि शहरी विकास के लिए भी तेजी से योजनाएं शासन ने आरंभ की है.
सामुदायिक भवन के लिए 50 लाख देने की घोषणा
कुम्हारी क्षेत्र में नगर पालिका के वार्डों के लिए 24 करोड़ रुपये के विकास कार्य किये जा रहे हैं. इसके साथ ही कुम्हारी क्षेत्र में स्कूलों का जीर्णोद्धार भी होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि राजिम में साहू समाज के द्वारा बड़ा आयोजन किया जाता है. ऐसे ही आयोजनों को ध्यान में रखते हुए हमने 55 एकड़ जगह क्षेत्र के विकास के लिए निर्धारित किया. यहां मंगल भवन और सामुदायिक भवन बनाया जाएगा. उन्होंने कहा, क्षेत्र का विकास इस तरह से किया जाएगा ताकि सामाजिक जनों को सामाजिक कार्यक्रम करने में किसी तरह की दिक्कत ना आए. कुम्हारी में साहू समाज के सामुदायिक भवन के लिए भी मुख्यमंत्री ने 50 लाख रुपये की घोषणा की.
दीपक ताराचंद साहू ने कही ये बात
इस मौके पर दीपक ताराचंद साहू ने भी सभा को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि एकजुटता से ही समाज का विकास संभव है. समाज द्वारा सकारात्मक गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है. जिससे सामाजिक जनों को तो लाभ होगा ही, प्रदेश का विकास भी तेजी से होगा.
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