Dengue In Durg: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के दुर्ग जिले (Durg ) के कई इलाकों में डेंगू का प्रकोप जारी है, जो ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है उनमें भिलाई नगर निगम क्षेत्र और दुर्ग नगर निगम क्षेत्र शामिल है. स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम का अमला डेंगू जैसे जानलेवा बीमारी को रोकने के लिए लगातार प्रभावित क्षेत्रों का निरक्षण कर रहा है. पिछले 8 सितम्बर को 6 नये डेंगू एलिजा पॉजिटिव मरीज मिले हैं, जिसमें से भिलाई नगर निगम क्षेत्र से सेक्टर-एक से दो, सेक्टर-दो से एक, सेक्टर-चार से एक, मरोदा से एक, बजरंग पारा भिलाई-3 से एक मरीज मिला है. वर्तमान में 13 मरीज भर्ती हैं और कोई भी गंभीर स्थिति में नहीं है.


डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले द्वारा मॉस्किटों सोर्स रिडक्शन का काम रोजाना किया जा रहा है. भिलाई इस्पात संयंत्र की टीम और जिला स्वास्थ्य विभाग के टीमों द्वारा लगातार डेंगू प्रभावित क्षेत्रों में लार्वा नष्टीकरण और एडिस मच्छर को नष्ट करने के लिए फागिंग का काम किया जा रहा है. इसके आलावा नगर निगम भिलाई की टीम द्वारा डेंगू प्रभावित क्षेत्र आनंद विहार, राधिका नगर में लार्वा नष्टीकरण और फागिंग का कार्य किया गया है. इसी प्रकार देवबलौदा चरोदा और बजरंगपारा भिलाई-3 में भी लार्वा का नष्टीकरण किया गया.


स्वास्थ्य विभाग लोगों से कर रहा है यह अपील
जिला मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी जेपी मेश्राम ने बताया कि जिला मलेरिया कार्यालय की टीम द्वारा डेंगू प्रभावित क्षेत्र सेक्टर एक, दो, चार, मरोदा, बजरंग पारा भिलाई-3, के प्रभावित क्षेत्रों में नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा भ्रमण किया गया. जहां पर संयुक्त टीम द्वारा निरंतर घर-घर भ्रमण कर कुलर, टंकी की जांच की गयी और आम जनता को साफ-सफाई रखने और डेंगू से बचाव के बारे में समझाईश दी गयी. साथ ही संभावित डेंगू प्रभावित क्षेत्र मे टेमीफॉस का छिड़काव और फॉगिंग का कार्य निरंतर किया जा रहा है.


जानिए दुर्ग जिला में अब तक कितने घरों की जांच की गई
बता दें दुर्ग जिला में अब तक कुल 83990 घरों की जांच की जा चुकी है. जांच किये कुलर पानी टंकी और अन्य कंटेनर की संख्या-126981 है, जिनमें से 36765 खाली कराये गये. सभी कंटेनरों में 73067 स्थानों में टेमीफास डालकर लार्वा का नष्टीकरण किया गया. 86720 पाम्पलेट के माध्यम से डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा दी गयी. ग्रामीण स्तर में स्कूली बच्चों को डेंगू और मलेरिया के रोकथाम बचाव के संबंध में लगातार स्वास्थ्य शिक्षा संबंधी जानकारी दी जा रही है. आम जनता में जन जागरूकता लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के कर्मचारियों के द्वारा घर-घर सर्वे करते हुये व्यापक प्रचार प्रसार किया जा रहा है.


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