Development Work In Durg: अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी कोई सड़क निर्माण किया जाता है तो सबसे बड़ी समस्या होती है बड़े पेड़ों की. पेड़ को काटने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं होता है. ऐसे में दुर्ग वन विभाग ने एक ऐसा तरीका निकाला है कि अब पेड़ काटने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी और सड़क निर्माण भी आसानी से हो जाएगा. इससे पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और विकास कार्य में कोई दिक्कत भी नहीं होगी.
100 साल पुराने पीपल के पेड़ को किया गया शिफ्ट
दरअसल छत्तीसगढ़ के दुर्ग वन विभाग ने सड़क निर्माण में बाधा बनने वाले पेड़ों को कटाई रोकने के एक नया प्रयोग किया है. जिसकी शुरुआत भिलाई सुपेला में निर्माणाधीन अंडर ब्रिज में बाधा बन रहे 100 वर्ष से भी ज्यादा पुराने एक पीपल के पेड़ को तीन दिनों की मशक्क्त के बाद सफलता पूर्वक बिना काटे पेड़ को शिफ्ट करके किया है. इस प्रयोग से ना तो पेड़ काटने की जरूरत पड़ी नाही निर्माण कार्य में कोई रुकावट उत्पन्न हुई.
ऐसे किया गया 100 साल पेड़ को शिफ्ट
दुर्ग डीएफओ शशी कुमार ने बताया कि रेलवे के इस अंडर ब्रिज निर्माण मे यह पीपल का पेड़ बाधा बन रहा था. ऐसे मे सबसे बड़ी चुनौती यह थी कि इस इतने पुराने पेड़ का क्या किया जाए. आखिरकार वन विभाग ने इस पेड़ को काटने कि बजाए दूसरे जगह शिप्ट करने का निर्णय लिया. जिसके तहत सबसे पहले पेड़ कि जड़ों का ट्रीटमेंट किया गया ताकि ज़मीन से जड़ों कि पकड़ को कम किया जा सके. ऐसा करने मे तीन दिन का वक़्त लगा उसके बाद वहां से कुछ ही मीटर कि दूरी पर क्रेन कि मदद से सफलता पूर्वक इस पीपल के पेड़ को शिप्ट कर दिया गया.
आगे भी पेड़ को काटने की बजाए किया जाएगा शिफ्ट
DFO शशि कुमार ने बताया कि इस पूरे मिशन मे तीन दिन का समय लगा और वन विभाग के आलावा भिलाई स्टील प्लांट का भी सहयोग रहा. DFO शशी कुमार ने बताया कि यह उनके कार्यकाल का पहला प्रयोग था और आगे भी उनकी कोशिश रहेगी कि किसी भी बाधक पेड़ को काटने कि बजाए इसी तरह से सुरक्षित स्थान पर शिप्ट किया जाए.
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