Chhattisgarh: इन दिनों छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो रही है जिससे जंगल में रहने वाले जंगली जानवर अब गांव और शहरों का रुख कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के धमधा क्षेत्र में रौंदा गांव मे लकड़बग्घों के झुंड ने बाड़ी में बंधी 21 बकरियों पर हमला बोल दिया. इस हमले में 13 बकरियों की मौत हो गई है. वहीं बाड़े की बाकी बकरियां घायल हैं. लकड़बग्घों के गांव में दस्तक देने से गांव के लोग भी दहशत में हैं. जबकि वन विभाग इस मामले की जांच में जुटने का साथ में सावधानी बरतते हुए लकड़बग्घों के झुंड की तलाश में जुट गया है.
तेरह बकरियों की गई जान
दुर्ग में धमधा ब्लाक के रौंदा गांव में लगभग तीन बजे लकड़ बग्घो का एक झुंड प्रवेश किया. इस दौरान इस झुंड ने सबसे पहले रौंदा गांव के निवासी सावत निषाद की बाड़ी में बंधे 21 बकरों पर हमला बोल दिया. इस हमले से सहमे बकरों ने जब चिल्लाना शुरू किया तो सावत सहित गांव वाले मौके पर पहुंच गए, लेकिन तबतक लकड़बग्घों ने 13 मवेशियों को मार दिया था और 8 को घायल कर दिया. गांव वालों के पहुंचने के बाद लकड़बग्घे भाग खड़े हुए. सूचना मिलते ही पुलिस और वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची.
डीएफओ ने दी ये जानकारी
डीएफओ दुर्ग शशि कुमार ने बताया कि लकड़बग्घे झुंड में आए थे. उनकी संख्या स्पष्ट नहीं हो पाई है. हमले में मारे गए 13 मवेशी के पोस्टमार्टम के बाद उन्हें सुरक्षित स्थान में दफनाया दिया गया. जिससे कोई संक्रमण न फैल सके. पीएम रिपोर्ट आने के बाद और अच्छे से स्पष्ट हो पाएगा कि बकरियों पर हमला किस जानवर ने किया है. डीएफओ ने बताया 8 घायलों में 3 बकरियों की हालत चिंताजनक है, जबकि 5 खतरे से बाहर हैं.
वन विभाग सतर्क
वन विभाग की तरफ से एतिहात के तौर पर गांव में मुनादी की शुरूआत कर दी गई है. प्रार्थी सावत निषाद मवेशी व्यवसाय से जुड़ा था. साथ ही उन लकड़बग्घों के झुंड को खोजा जा रहा है और लगातार वन विभाग उस गांव में निगरानी रखे हुए है. इस तरह की घटना पहली बार उस क्षेत्र में देखने को मिली है. इसलिए ऐहतियात के तौर पर गांव वालों को समझाइश भी दी जा रही है कि वह सतर्क रहें.