Durg News: दुर्ग में कोरोना के खतरों को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है. इस बार कोरोना से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं. इसकी जानकारी दुर्ग जिले के सीएमएचओ गंभीर सिंह ठाकुर ने एबीपी न्यूज़ को दी. उन्होंने दावा किया कि ऑक्सीजन की इस बार कमी नहीं होगी और कोविड-19 बेड भी पर्याप्त मात्रा में हैं. गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर में छत्तीसगढ़ का दुर्ग सबसे ज्यादा प्रभावित जिला था.


कोरोना से निपटने के लिए दुर्ग में पुख्ता इंतजाम का दावा


गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि दुर्ग जिला अस्पताल में कुल 260 बेड हैं. 260 में से 20 आईसीयू, 16 एचडीयू, 224 ऑक्सीजन युक्त बेड और 5 बच्चों के लिए आईसीयू बेड की व्यवस्था की गई है. इसी प्रकार चंदुलाल चंद्राकर मेडिकल कॉलेज में कुल 625 बेड हैं. जिसमें से 25 आईसीयू, 25 एचडीयू, 575 ऑक्सीजन युक्त और 25 बच्चों के लिए आईसीयू बेड का प्रबंध किया गया है. लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सुपेला में 100 बेड में 78 ऑक्सीजन युक्त, 22 सामान्य बेड हैं. आयुर्वेदिक अस्पताल दुर्ग में 40 बेड सभी ऑक्सीजन युक्त हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र झीट में 30 बेड में से 10 आईसीयू और 20 ऑक्सीजन युक्त हैं. पाटन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 20 बेड सभी ऑक्सीजन युक्त, 5 बच्चों के लिए आईसीयू, धमधा में 19 और अहिवारा में 16 बेड सभी ऑक्सीजन युक्त हैं. इस प्रकार जिले में कुल 1110 बेड हैं. 55 आईसीयू, 41 एचडीयू, 992 ऑक्सीजन युक्त, 22 सामान्य और 35 बच्चों के लिए आईसीयू हैं.


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए सभी कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए कोविड-19 गाइडलाइन का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराया जाए. मुख्यमंत्री के मुताबिक सरकार का उद्देश्य कोरोना संक्रमण के खतरों को सीमित करना है, ना कि आर्थिक गतिविधियों को धीमा करना.


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