Durg Sextortion Case: छत्तीसगढ़ की दुर्ग पुलिस (Durg Police) ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को सेक्सटॉर्शन (Sextortion) के जाल में फंसाते थे और उन्हें ब्लैकमेलिंग कर उनसे लाखों रुपए ऐंठते थे. यह फर्जी कॉल सेंटर कोलकाता में चल रहा था. पुलिस ने कोलकाता में जाकर फर्जी कॉल सेंटर पर रेड की कार्रवाई की और वहां से एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया.


लोगों को ऐसे सेक्सटॉर्शन का शिकार बनाते थे आरोपी
दुर्ग पुलिस के शिकंजे में आए ये दोनों आरोपी ऑनलाइन डेटिंग साइट पर रजिस्ट्रेशन करवाकर लोगों को पहले लुभावने मैसेज करते थे. इसके बाद मैसेज के झांसे में जो आता था उसके साथ डेटिंग मीटिंग कराने के लिए उससे रकम की मांग करते थे. इनके द्वारा पीड़ितों के मोबाइल पर लगातार एसएमएस भेजा जाता था और डेटिंग, मीटिंग के नाम पर लुभावने ऑफर दिए जाते थे जिसमें सिल्वर, गोल्ड, प्लेटिनम, और  ग्रीन कार्ड मेंबरशिप देने की बात भी इनके द्वारा की जाती थी.


72 साल के बुजुर्ग से ऐंठे 11 लाख रुपए
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने इस ठग गिरोह का खुलासा करते हुऐ बताया कि दुर्ग के पद्मनाभपुर निवासी 72 वर्षीय एक बुजुर्ग ने दुर्ग पुलिस से इस बात की शिकायत की थी कि 22 नवंबर को उन्हें एक एसएमएस आया था जिसमें आई एम जेनसी, प्लीज कॉल मी लिखा हुआ था. इसके बाद बुजुर्ग के मोबाइल पर फोन किया गया और कहा गया कि रजिस्ट्रेशन करवाकर आप आईडी बनवा लें. फिर आपकी डेटिंग और मीटिंग करवाई जायेगी, लेकिन इसके बाद न तो उसे कोई डेटिंग नहीं करवाई गई. ये आरोपी इतने शातिर थे कि इन्होंने किस्तों में बुजुर्ग से 11 लाख रुपए ऐंठ लिए. जब बुजुर्ग ने उनसे अपने पैसे मांगे तो ये लोग बुजुर्ग को यह कहकर डराते रहे कि तुम्हारे घर आईटी की रेड करवा देंगे. प्रार्थी की शिकयत के आधार पर जब मामले की विवेचना शुरू की गई तब कोलकाता से इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया.


अब तक 600 लोगों को बना चुके हैं अपना शिकार
दुर्ग एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि सेक्सटॉर्शन के इस मामले में आरोपी मुख्य रूप से उन लोगों के डेटा जमा करते थे जिनका रुझान पोर्न वेबसाइट पर होता था. इसके बाद ये उन्हें एसएमएस भेजकर लुभावने ऑफर दिया करते थे. एक बार जब रजिस्ट्रेशन और कार्ड बन जाता था उसके बाद ये उनसे 10 लाख रुपये की डिमांड करते थे. अब तक ये लगभग लोग 600 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. एसपी ने कहा कि दुर्ग पुलिस लगातार इन फर्जी कॉल सेंटर पर निगरानी रखे हुए है जल्द ही और इस तरह के अन्य मामले का खुलासा किया जाएगा.


शादी करने जा रहे थे दोनों आरोपी, तभी आ धमकी पुलिस


पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी शादी करने वाले थे, उसी समय दुर्ग पुलिस कोलकाता पहुंच गई और दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने इनके पास से कई एटीएम, पासबुक, कई मोबाइल और सिम कार्ड बरामद किए हैं. दुर्ग पुलिस ने लोगों से अपील की है कि कोई भी अनजान मैसेज या कॉल आए तो उसका रिप्लाई ना करें ना ही फोन उठाएं. अगर गलती से आप इस तरह के जाल में फंस जाते हैं तो तत्काल पुलिस को इसकी सूचना दें.


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