छत्तीसगढ़ कोयला घोटाले में ईडी का एक्शन, IAS रानू साहू समेत विधायकों के जेवरात, कार और 51 करोड़ कुर्क
कोयला घोटाले में ईडी ने कोर्ट में पेश किए रिमांड आवेदन में दावा किया है कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अधिकारियों की मदद से 16 महीनों में 500 करोड़ रुपए की अवैध कोयला लेवी जुटाया है
छत्तीसगढ़ में ईडी ने कोयला घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है. आईएएस अफसर और कांग्रेस के विधायकों की संपत्ति कुर्क किया. इसमें ईडी ने लक्जरी कार, आभूषण और 51 करोड़ रुपए की नगदी कुर्क किया है. ईडी की तरफ से बताया गया है कि इसमें 90 अचल संपत्ति भी शामिल है. ईडी ने आईएएस रानू साहू , कांग्रेस के विधायक देवेंद्र यादव और विधायक चंद्रदेव प्रसाद राय, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और अन्य लोगों पर बड़ी कार्रवाई की है. ईडी ने राज्य में कोयला लेवी वसूली घोटाले में पर बड़ी कार्रवाई की है.
कोयला घोटाले में ईडी की बड़ी कर्रवाई
दरअसल मंगलवार को ईडी ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके ये जानकारी दी है. ईडी ने संपत्ति कुर्क मामले में कुछ तस्वीर भी जारी किया है. इसमें सोने ज्वैलरी, जमीन, बिल्डिंग और लक्जरी कार की तस्वीर जारी की है. इसके बाद राज्य में एक बार फिर कोयला घोटाले मामले में चर्चा तेज हो गई है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में पिछले साल 11 अक्टूबर को ईडी ने दस्तक दी थी. इस दौरान तत्कालीन रायगढ़ कलेक्टर रानू साहू के बंगले में ईडी ने दबिश दी थी. इसके अलावा कांग्रेस के कई नेताओं और कोयला कारोबारी के यहां ईडी ने रेड किया था.
मुख्यमंत्री सचिवालय की अफसर सौम्या चौरसिया पहले से ही गिरफ्तार
इसके अलावा रायपुर में एक बड़े आईएएस अफसर सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई के यहां भी रेड की कार्रवाई की गई थी. इसके बाद ईडी ने समीर विश्नोई और 3 कारोबारियों को गिरफ्तार कर लिया था. इसमें कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, लक्ष्मीकांत तिवारी और सुनील अग्रवाल को ईडी का नाम शामिल है. इसके बाद दिसंबर 2022 में मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ अफसर सौम्या चौरसिया को भी ईडी ने गिरफ्तार किया है. इसके बाद से अबतक लगातार ईडी की कार्रवाई चल रही है. लेकिन अब ईडी कोयला ट्रांसपोर्टिंग के बाद शराब कारोबार में गड़बड़ी की कार्रवाई कर रही है.
500 करोड़ रुपए के घोटाले का ईडी ने किया है दावा
गौरतलब है कि कोयला घोटाले में ईडी ने कोर्ट में पेश किए रिमांड आवेदन में दावा किया है कि कारोबारी सूर्यकांत तिवारी ने अधिकारियों की मदद से 16 महीनों में 500 करोड़ रुपए की अवैध कोयला लेवी जुटाया है और इस अवैध पैसे को चुनावी फंडिंग और अधिकारियों को रिश्वत देने के लिए इस्तेमाल किया गया. इसके लिए कोयला के ट्रांसपोर्टिंग में प्रति टन 25 रुपए का अवैध लेवी लगाया गया था.इसके लिए शासकीय नियमों में ढिलाई देने के लिए सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई पर लगाया गया था. इसके लिए ईडी ने कहा था कि समीर विश्नोई को इस काम के लिए 50 लाख रुपए ट्रांसफर किया गया था.