Chhattisgarh: इस 'इलेक्ट्रिक मैन' को नहीं लगता झटका, हाथ से पकड़ लेते हैं बिजली के तार, चौंकाने वाले हैं कारनामे
Raigarh News: 'इलेक्ट्रिक मैन' बिजली के खुले तार को हाथ पकड़ लेते हैं. उनको झटका नहीं लगता न ही शरीर में जलने के निशान होते हैं. गांव की गलियों में लगे बिजली के खंभे पर भी तेजी से चढ़ जाते हैं.
Chhattisgarh Electric Man: 'लग गए 440 वॉल्ट छूने से तेरे' ये गाना तो आपने सुना ही होगा. आमतौर पर भी यही कहा जाता है कि बिजली के झटके लोगों को लग जाते हैं लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं कि जिसे बिजली का कोई झटका लगता ही नहीं है. इसलिए उन्हें यहां अब इलेक्ट्रिक मैन के नाम से जाना जाता है. साइंस की दुनिया में अजूबे से कम नहीं है.
इलेक्ट्रिक मैन की अनोखी कहानी
दरअसल रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ में कुदरत का एक ऐसा अजूबा रहता है जिसके सामने बिजली का करंट भी बेअसर है. जिस बिजली से हर साल सैकड़ों लोगों की मौत हो जाती है. लेकिन कुदरत के इस अजूबे को बिजली से रत्ती भर भी फर्क नहीं पड़ता है. ये कहानी 35 साल के प्रभु तिर्की है. इनकी कहानी सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे. प्रभु तिर्की बिजली के खुले तार को खाली हाथ से पकड़ लेते हैं. इससे उनको करंट महसूस नहीं होता है.
अगर यही तार कोई सामान्य इंसान छू ले ता तेज बिजली का झटका लगेगा. प्रभु तिर्की के इस खास हुनर आस पास के कई गांवों में चर्चा का विषय है. इसलिए लोगों ने इन्हे इलेक्ट्रिक मैन के नाम से फेमस हो गए हैं.
बिजली के खंभे में बड़ी तेजी से चढ़ जाते हैं इलेक्ट्रिक मैन
ये कहानी की हकीकत जानने के लिए रायगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 140 किलोमीटर दूर कापू तहसील अंतर्गत एक छोटा से गांव पखनाकोट जाना पड़ेगा. इस गांव के प्रभु तिर्की की अजीब शक्तियां है जो प्रकृति के नियम से विपरीत है. इलेक्ट्रिक मैन प्रभु तिर्की बिजली के खुले तार को खाली हाथ पकड़ लेते हैं. इस दौरान उनको झटका नहीं लगता ना ही शरीर में जलने के निशान होते हैं. इतना ही नहीं गांव की गलियों में लगे बिजली के खंभे में भी बड़ी तेजी से चढ़ जाते हैं. ये कुदरत का करिश्मा है या विज्ञान में इसे कुछ कहा जाता है. इसकी अब तक जानकारी किसी को नहीं है.
प्रभु के इस हुनर के चलते नहीं हो रही शादी
लेकिन प्रभु तिर्की के इस हुनर से परिजन परेशान हो जाते हैं कि कहीं कुछ हो न जाए पर समय बीतने के साथ परिवार वाले भी अब कुछ नहीं कहते हैं. क्योंकि बिजली के करंट का प्रभु तिर्की की कोई असर होता ही नहीं है. प्रभु तिर्की की बुआ मिकादिल खलखो ने बताया कि प्रभु दूसरों के घर में बिजली बनाने जाता है. हम लोग समझाते हैं कि पहले लाइट बंद कर दें उसके बाद काम करे लेकिन वह किसी की नहीं सुनता है.
चिंता रहती है कहीं कुछ हो न जाए. बुआ ने बताया कि इसकी मां और छोटे भाई की पहले ही मौत हो चुकी है अब परिवार में केवल इसके पिता है. पिता के भरोसे ही घर चलता है. इसकी वजह से शादी भी नहीं हो रही है.
हुनर के साथ प्रभु को मिली है बड़ी समस्या
इसी गांव के पन्नालाल चौहान ने बताया कि प्रभु तिर्की को वह बचपन से जान रहे हैं. बचपन से ही इलेक्ट्रॉनिक सामानों के साथ खेलता रहता था. जब बड़ा हुआ तब उसके कारनामे और बढ़ने लगे वह खुले हाथ से बिजली के तार को छू लेता है लेकिन उसकी कभी झटका नहीं लगता है. गांव में किसी के घर इलेक्ट्रॉनिक से सबंधित समस्या आती है तो लोग प्रभु तिर्की को ही याद करते हैं. वहीं प्रभु तिर्की के चाचा मोहन तिर्की ने परिवार की आर्थिक हालत पर चिंता करते हुए बताया कि प्रभु ने शुरुआती पढ़ाई लिखाई की है.
इसके बाद वो पढ़ाई छोड़कर घर का काम करने लगे. इसके अलावा प्रभु को एक समस्या ये है कि वो काम करना चाहता है लेकिन वो धूप में निकल नहीं सकता है. धूप में निकलते ही प्रभु को तेज गर्मी लगती है. शरीर ठंडा रहे इसके लिए हमेशा सिर पर गिला कपड़ा रखते हैं.
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