Korba News: छत्तीसगढ़ के औद्योगिक नगरी कोरबा में लाचार विद्युत व्यवस्था से उपभोक्ता परेशान हैं. लगातार पावर ट्रिपिंग व लो वोल्टेज की समस्या झेलने वाले जिले के 2 लाख से अधिक बिजली उपभोक्ताओं को अधिक बिजली बिल का झटका लगने वाला है. जुलाई की खपत पर उपभोक्ताओं को ज्यादा बिजली बिल का भुगतान करना होगा. उपभोक्ताओं से प्रति यूनिट 15 से 18 पैसे अधिक वसूला जाएगा.
केन्द्रीय विद्युत मंत्रालय भारत सरकार की अधिसूचना के अनुसार बिजली बिल में वेरिएबल कास्ट एडजेस्टमेंट (व्हीसीए) शुल्क के स्थान पर अब इंधन और विद्युत क्रय समायोजन अधिभार अधिरोपित किया जा रहा है. जिससे छत्तीसगढ़ स्टेट पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी की लागत में 40 पैसे प्रति यूनिट का इजाफा हुआ है. लिहाजा जुलाई महीने की खपत पर उपभोक्ताओं को 14.23 प्रतिशत इंधन व विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लगेगा. जिले में लगभग 2 लाख 20 हजार 291 उपभोक्ता हैं, जिसमें 68 हजार बीपीएल कार्ड धारक उपभोक्ता हैं.
अगस्त में देना होगा ज्यादा बिल
शहरी क्षेत्र में लगभग 1 लाख, ग्रामीण में 75 हजार व कटघोरा संभाग में लगभग 50 हजार विद्युत उपभोक्ता हैं. जिनसे 400 यूनिट खपत पर 15 से 18 पैसे प्रति यूनिट का अधिभार लिया जाएगा. इस तरह 100-200 यूनिट खपत पर 15 पैसे, 300 यूनिट पर 17 पैसे और 400 यूनिट पर 18 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल में वृद्धि संभावित है. 500 से 1000 हजार यूनिट तक खपत करने वाले उपभोक्ताओं के बिजली बिल में 19 से 25 पैसे प्रति यूनिट की दर से ईंधन और विद्युत क्रय समायोजन अधिभार लिया जाएगा. जुलाई माह के खपत का जो बिल अगस्त में जारी होंगे. उसमें बढ़े हुए दर के साथ बिल जारी होंगे. जिससे उपभोक्ताओं को बढ़े हुए बिजली दर का झटका लगेगा.
बकाया वसूली में छूट रहे पसीने
विद्युत वितरण विभाग पर 250 करोड़ से अधिक का बकाया है. बकाया वसूलने विभाग के पसीने छूट रहे हैं. वर्षा ऋतु में बकाया वसूली अभियान पर ब्रेक लगा हुआ है. विभाग द्वारा पूर्व में बकाया वसूलने कनेक्शन विच्छेद अभियान चलाया गया था, साथ ही कनेक्शन विच्छेद के बाद चोरी छिपे बिजली का उपयोग करने वालों पर एफआईआर भी दर्ज कराए गए हैं. इसके बाद भी बकाया वसूली का बोझ कम होने का नाम नहीं ले रहा है.
उपभोक्ताओं को मिलेगा हाफ बिजली बिल योजना का लाभ
मई महीने में इंधन और विद्युत क्रय समायोजन अधिभार 10.29 प्रतिशत की दर से ली गई थी, जो जून महीने में 14.23 प्रतिशत हो गई है. अतः जुलाई में की गई बिजली खपत में 38 पैसे के स्थान पर 53 पैसे प्रति यूनिट विद्युत क्रय समायोजन अधिरोपित की जाएगी. वैसे तो बिजली लागत में कंपनी पर 40 पैसे का भार पड़ रहा है, मगर छत्तीसगढ़ शासन के हाफ बिजली बिल योजना का लाभ उपभोक्ताओं को मिलेगा. हाफ बिजली बिल योजना से अधिभार भी आधा होगा, जिससे उपभोक्ताओं को जरूर कुछ राहत मिलेगी.