Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक, दो दिन में 86 खेतों की फसलों को किया तबाह, ग्रामीणों में दहशत
Surguja Division: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और सरगुजा जिले में हाथियों का आंतक कम नहीं हो रहा है. दो दिनों में 86 किसानों के सैकड़ों एकड़ फसलों को तबाह कर दिया गया.
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ और सरगुजा जिले के किसानों पर इन दिनों हाथियों का कहर टूट रहा है. रायगढ़ के धरमजयगढ़ वन मंडल इलाके में महज दो दिनों में 86 किसानों के सैकड़ों एकड़ खेतों में लहलहा रहे धान की फसलों को हाथियों ने रौंद कर तबाह कर दिया. विभागीय सूत्रों की माने तो धरमजयगढ़ वन मंडल में इन दिनों हाथियों की संख्या 100 को पार कर 104 हो चुका है. इसके कारण ग्राम वासियों में भी हाथी को लेकर एक खौफ बना हुआ है.
हाथियों की संख्या बढ़ने से परेशान वन विभाग
गौरतलब है कि पिछले दो दिनों में 104 हाथियों के दलों ने 22 गांव के 86 किसानों की फसलें तबाह कर दिया है. यही कारण है कि एक बार फिर किसानों में वन विभाग को लेकर आक्रोश नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि हाथियों की लगातार संख्या बढ़ने से वन अमला भी परेशान है जो हाथियों की मौजूदगी को लेकर लगातार गांव-गांव में मुनादी कराई जा रही है. विभागीय सूत्रों के अनुसार वन मंडल में 33, 17 और 12 हाथियों का तीन बड़ा दल है जो किसानों के खेतों में उत्पात मचा रहे है.
मूंगफली के खेतों में मिटाई भूख
बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत चुहकीमार के 17 किसानों का हाथियों नें भारी नुकसान किया है. किसानों ने इस साल अपने खेत में मूंगफली की मांग को देखते हुए कई एकड़ में फसल लगाई है. जिसे हाथियों ने अपनी भूख मिटाने के बाद एक ही रात में तहस-नहस कर दिया. इसी तरह कामोसिडांड व रूवाल में भी हाथियों ने 25 किसानों की सैकड़ों एकड धान के खेत रौंद डाले.
सरगुजा में 24 हाथियों का उत्पात
इधर सरगुजा जिले के लखनपुर वन परिक्षेत्र के ग्राम कुन्नी और पटकुरा में कल रात 24 हाथियों के आ धमकने से ग्रामीण पूरी रात दहशत में रहे. बोरो रेंज से मैनपाट होते कुन्नी में 13 हाथी और उदयपुर की ओर से 11 हाथी पटकुरा पहुंचे थे. इन दोनों गांव सहित उससे लगे आसपास के गांव के ग्रामीण भी पूरी रात हाथियों के चिंघाड़ से सहमे रहे. कुन्नी और पटकुरा में हाथियों ने दो लोगों का घर क्षतिग्रस्त कर दिया, साथ ही चार से पांच एकड़ खेत में लगे फसलों को भी रौंद दिया. वन विभाग द्वारा हाथियों द्वारा पहुंचाए गए क्षति का आंकलन किया जा रहा है.
आबादी क्षेत्र में घुस रहे हाथी
गौरतलब है कि उदयपुर वनपरिक्षेत्र में 11 हाथियों का दल पिछले एक माह से जंगल के अलग-अलग हिस्से में विचरण कर रहा है और शाम ढलने के बाद भोजन की तलाश में हाथी आबादी वाले क्षेत्र में प्रवेश करते हैं. लगभग तीन दिनों पूर्व फसलों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों की भीड़ के साथ हाथियों को खदेड़ने हांका लगाने गए एक 35 वर्षीय युवक को हाथियों ने मार भी डाला. इस घटना से लोगों में और अधिक भय का माहौल है.
निगरानी में जुटा वन अमला
लखनपुर वनपरिक्षेत्राधिकारी संजय लकड़ा ने बताया कि हाथियों के पहुंचने के पूर्व गांव में मुनादी करा लोगों को सतर्क कर दिया गया था. उन्होंने कहा कि वन विभाग का मैदानी अमला लगातार हाथियों की निगरानी में जुटा हुआ है और हाथियों से दूर रहने ग्रामीणों को समझाइश भी की जा रही है.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh Election 2023: कांग्रेस की 'भरोसा यात्रा' में शामिल हुए CM भूपेश बघेल, 90 विधानसभाओं से होकर गुजरेगी