Raigarh News: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में कटघोरा वन मंडल में हाथियों की मौजूदगी बनी हुई है. बीते बुधवार की दोपहर कटघोरा-अम्बिकापुर नेशनल हाइवे के किनारे हाथियों के झुंड ने डेरा डाल दिया. सड़क से महज कुछ दूरी पर हाथियों की मौजूदगी से राहगीर सहमे रहे. जिसकी सूचना मिलने पर वन अमला हरकत में आया. हाथियों को खदेड़ने के प्रयास में अमला जुटा रहा. इस दौरान नेशनल हाइवे पर वाहनों की कतार भी लगी रही.
जानकारी के मुताबिक कटघोरा वन मंडल के अलग-अलग जंगलों में हाथी विचरण कर रहे हैं. मौजूदा समय खेती-किसानी का है. किसानों के खेत जंगल के आसपास मौजूद हैं. ऐसे में हाथियों के खतरे के बीच खेती किसानी के काम में ग्रामीण जुटे हुए हैं. हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए वन अमला भी अलर्ट हो चुका है. जिन क्षेत्रों में हाथियों की मौजूदगी बनी है. वहां टीम द्वारा निगरानी की जा रही है. ताकि किसी प्रकार की जनहानि न हो.
हाथियों की मौजूदगी से दहशत
इसी क्रम में बुधवार को मड़ई जंगल अंतर्गत कटघोरा-अम्बिकापुर नेशनल हाइवे के किनारे दो हाथियों की मौजूदगी से दहशत व्याप्त हो गया. हाथियों की चिंघाड़ से क्षेत्र गूंज रहा था. जिस स्थान पर हाथियों की मौजूदगी थी. वह सड़क से महज कुछ दूरी पर ही है. हाथियों को जंगल में चिंघाड़ते देख मार्ग से गुजरने वाले राहगीर सहम उठे. सड़क से गुजरने में भी लोग डरने लगे. जिसके कारण मार्ग पर हाथियों के मौजूदगी वाले स्थान से काफी दूर वाहनों की कतार लग गई थी. इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी मौके पर पहुंचे और हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने की कवायद शुरू की.
दो युवकों को दौड़ाने की खबर
मड़ई जंगल में एनएच के समीप विचरण कर रहे हाथियों के द्वारा बाइक सवार दो युवकों को दौड़ाए जाने की खबर है. बताया जा रहा है कि इस घटना में दोनों युवक बाल-बाल बच गए. वन अमला अगर सही समय पर पहुंचकर हाथियों को खदेड़ने की कार्यवाही नहीं करता तो निश्चित ही बड़ी घटना हो सकती थी. नेशनल हाइवे में पहले भी हाथियों के कारण जाम लगने के मामले सामने आ चुके हैं.
कुदमुरा रेंज में दो हाथी कर रहे विचरण
वन मंडल कोरबा के कुदमुरा रेंज में दो दंतैल हाथियो ने दस्तक दे दिया है. जिससे ग्रामीणों में दहशत है, वहीं वन विभाग भी अलर्ट मोड़ में आ गया है. हाथियों को सुबह रेंज के कलमी टिकरा जंगल में विचरण करते हुए देखा गया. दो दंतैल हाथियों के क्षेत्र में धमकने तथा उत्पात मचाकर धान के थरहे को नुकसान पहुंचाए जाने की सूचना पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंच गया और हाथियों की निगरानी करने के साथ ही मुनादी कराई जा रही है. गौरतलब है कि चचिया जंगल में काफी दिनों तक विचरण करने के बाद हाथियों का दल धरमजयगढ़ क्षेत्र की ओर रूख कर गया था. जिससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली थी. लेकिन दो हाथियों की मौजूदगी से फिर उनकी टेंशन बढ़ गई है.