Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सरगुजा और बिलासपुर संभाग में हाथियों (Elephants) का उत्पात जारी है. जंगली हाथी ग्रामीणों के मकान और फसलों को नुकसान पहुंचाने रहे हैं. हाल ही में सरगुजा के मैनपाट और लखनपुर क्षेत्र में हाथियों ने जबरजस्त उत्पात मचाया. जशपुर (Jashpur) जिले में भी हाथियों के झुंड ने जान माल की क्षति की. बीते दिन कोरबा (Korba) में हाथियों ने एक ग्रामीण पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया. घटना कटघोरा वन मंडल (Katghora Forest Division) के पसान रेंज में ग्राम खमरिया की है.
हाथियों के हमले में ग्रामीण की मौत
ग्रामीण जंगल की तरफ जा रहा था. इसी दौरान ग्रामीण का सामना हाथियों के दल से हो गया और हाथियों ने कुचलकर जान ले ली. ग्रामीण की मौत की सूचना के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और परिजनों को तत्काल राहत राशि मुहैया कराई. ग्रामीणों को जंगल की तरफ नहीं जाने का वन विभाग ने मुनादी करवाया है. सरगुजा, जशपुर, कोरबा के बाद गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में भी हाथियों की दहशत फैली हुई है.
वन विभाग ने महिला की बचाई जान
पिछले सप्ताह गौरेला पेंड्रा मरवाही में तीन हाथियों के दल ने मरवाही रेंज के मटियाडांड गांव में घरों को तहस नहस कर दिया था. गनीमत रही कि वन विभाग के कर्मचारियों की सतर्कता से एक महिला की जान बच गई. हाथियों के दल ने 75 वर्षीय बुजुर्ग महिला के घर को घेर लिया था. डर के मारे बुजुर्ग महिला बाहर नहीं निकल पा रही थी. किसी तरह वन विभाग के कर्मचारियों ने महिला को बाहर निकाकर जान बचाई.
हाथियों के आतंक से मुश्किल में लोग
बता दें कि कोरबा के पसान रेंज (Pasan Range) में पिछले कई दिनों से 24 हाथियों का झुंड डेरा जमाए हुए है. हाथियों ने खेत में लगी फसलों को रौंदकर नुकसान पहुंचाया है. ग्रामीण हाथियों के आतंक से दहशत में जीने को मजबूर हैं. हाथियों ने ग्रामीणों का जीना मुश्किल कर दिया है. ग्रामीणों की शिकायत वन विभाग से भी है. सुरक्षा के लिए वन विभाग ने कोई ठोस उपाय नहीं किया है. हाथियों ने कई घरों को भी तोड़ दिया है. ग्रामीणों की मांग है कि हाथियों को इलाके से दूर खदेड़ा जाए.