Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बुलाई आपात बैठक, राजनीतिक गलियारों में मची हलचल, क्या हुई चर्चा?
Chhattisgarh Politics: प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी कुमारी सैलजा की मौजूदगी में यह बैठक हो रही है. कांग्रेस के सभी मंत्री इस बैठक में शामिल हुए हैं. कर्नाटक चुनाव के अचानक बैठक बुलाई गई है.
Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के बड़े नेताओं की मुख्यमंत्री निवास में एक गोपनीय बैठक हुई है. इस बैठक में चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपनी स्ट्रेटजी तैयार कर ली है. जून में कांग्रेस के संभाग स्तरीय सम्मेलन होने वाले हैं. नेताओं को चुनाव में क्या जिम्मेदारी मिलेगी यह भी फाइनल कर लिया गया है और बड़ी बात ये है कि बिना कोई विवाद के सभी नेताओं ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी लेने पर सहमति जताई है.
चुनावी तैयारी के लिए कांग्रेस की हाईलेवल मीटिंग
दरअसल मंगलवार दोपहर रायपुर में स्थिति मुख्यमंत्री निवास में कांग्रेस की अचानक हाई लेवल मीटिंग हुई. इस मीटिंग में शामिल होने के लिए कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा पहुंची थी. इसके अलावा मंत्रियों में कुछ सीनियर लीडरों को ही बैठक में शामिल होने के लिए बुलाया गया था. इसमें विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम, पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर और मंत्री शिवकुमार डहरिया शामिल हुए थे.
संगठन बदलाव पर कांग्रेस की बैठक में क्या हुआ?
अचानक हुई इस बैठक को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है. सीएम हाउस में गाड़ियों के काफिले की लंबी कतार लग गई. कयास ये लगाए जा रहे थे कि कर्नाटक चुनाव के परिणाम के बाद कांग्रेस हाईकमान कड़े एक्शन ले सकती है. संगठन में बड़े बदलाव हो सकते हैं. हालांकि इस चर्चा पर स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने विराम लगा दिया है. सिंहदेव ने मीटिंग खत्म होने के बाद अपने बंगले में मीडियाकर्मियों से बातचीत की.
सिंहदेव ने कहा इस बार चुनाव में 75 पार तो बदलाव क्यों?
संगठन बदलाव की चर्चा पर टी एस सिंहदेव ने कहा कि मैं गलत नहीं बोलता..क्या है, हो सकता है, मैं ये नहीं कहूंगा लेकिन बैठक में इस सन्दर्भ में एक अक्षर भी चर्चा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जब सब काम धाम अच्छा कर रहे हैं तो बदलाव क्यूं? उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में 75 पार तो बदलाव की क्या जरूरत है. सिंहदेव ने बताया कि बैठक में इस चुनाव में जिम्मेदारी लेने की सहमति पूर्ण है यानी चुनाव के लिए कांग्रेस के नेताओं को अलग-अलग जिम्मेदारी दी जाएगी और ये जिम्मादारी लेने के लिए नेताओं ने सहमति जताई है.
टी एस सिंहदेव ने चुनावी तैयारी को लेकर बताया कि 5 साल पहले चुनाव के लिए जैसी बैठक चलती थी वैसे ही बैठकों का दौर शुरू हो गया है. विधानसभा चुनाव के लिए स्पष्य रूप से तय किया गया है कि कैसे काम करना है. अगले दो-तीन हफ्ते के अंदर मुझे लगता है कि 15 जून से पहले 5 संभागों में कार्यकर्ता सम्मेलन किया जाएगा. ब्लॉक, जोन और सेंट्रल लेवल के पदाधिकारियों को बुलाया जाएगा. दूसरे चरण में प्रभारी मंत्री को प्रभार के जिलों में हर महीने एक बैठक लेनी ही होगी इसके निर्देश दिए गए है. उन्होंने ये भी कहा कि आचार संहिता लगने में 4 महीने बचे हैं. यानी अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में आचार संहिता लागू हो जाएगी.
कांग्रेस की बैठक में ईडी रेड पर भी हुई चर्चा
ईडी की कार्रवाई और बीजेपी की तरफ से चुनाव के पहले लगाए जा रहे भ्रष्टाचार के आरोप पर टी एस सिंहदेव ने कहा कि 2018 के पहले ये मामले सामने आए थे लेकिन ईडी ने किसी भी तरह की जांच नहीं की. जब हमने टास्क फोर्स गठित कर जांच करवानी चाही तो बीजेपी की तरफ से कोर्ट से स्टे ले लिया गया. उन्होंने कहा कि तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष ने जांच को बाधित किया है. बीजेपी को भ्रष्टाचार के संबंध में चर्चा करने का नैतिक अधिकार नहीं है. टी एस सिंहदेव ने आगे बताया कि ईडी के दुरुपयोग के संबंध में बैठक में चर्चा की गई है. लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है, उनके साथ मारपीट की जा रही है, उनसे जबरन हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं.
'बचे हुए समय में अधिक से अधिक वादों को पूरा करने की होगी कोशिश'
कुछ नेताओं की नाराजगी और बैठक को बीच में छोड़कर चले जाने को लेकर सिंहदेव ने कहा गृह मंत्री बाहर इसलिए गए क्योंकि उन्होंने किसी कार्यक्रम में जाना था. वहीं आगे रणनीति पर टी एस सिंहदेव ने कहा कि सीएम भूपेश बघेल और पीसीसी चीफ और पार्टी के दिग्गज नेता हर जिले में जाएंगे. उन्होंने कहा कि बचे हुए समय में हमारी अधिक से अधिक वादों को पूरा करने की कोशिश रहेगी.
'चुनाव की रणनीति को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता'
गौरतलब है कि कांग्रेस की ये बैठक पहले से ही फाइनल थी. सिंहदेव ने जानकारी छिपाए जाने के सवाल पर कहा कि आज की बैठक मंत्री रविन्द्र चौबे के यहां तय थी लेकिन उनकी तबीयत खराब होने के कारण यह बैठक सीएम हाउस में की गई. उन्होंने कहा कि मीटिंग पहले से ही तय थी, शैलजा जी का फोन आय़ा था कि वह 16 तारिख को आएंगी. सिंहदेव ने कहा कि बैठक में चुनाव की गोपनीय प्लानिंग हुई है. ऐसी बैठकें आगे भी होंगी और वो भी गोपनीय रहेंगी. उन्होंने कहा कि चुनाव की रणनीति को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता.
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