Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में नक्सलियों द्वारा मनाये जा रहे शहीदी सप्ताह के आखिरी दिन बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले में जवानों ने नक्सलियों की मौजूदगी पर एक बड़ा ऑपरेशन लॉन्च किया. नक्सलियों के ठिकानों पर दबिश देते हुए जवानों ने जमकर गोलीबारी की. करीब डेढ़ घंटे तक नक्सलियों और जवानों के बीच गोलीबारी हुई. हालांकि मुठभेड़ में किसी के मारे जाने की खबर अभी नहीं है लेकिन जवानों की तरफ से दावा किया गया है मुठभेड़ में बड़ी संख्या में नक्सलियों को गोली लगी है. नक्सली वहां से भागने में कामयाब रहे.


वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों द्वारा लगाए गए पांच -पांच किलो के पाइप बम को जवानों ने बरामद कर निष्क्रिय करने में सफलता हासिल की है. नक्सली इस पाईप बम के जरिए जवानों को नुकसान पहुंचाने की फिराक में थे,लेकिन इस ऑपरेशन में जवानों के साथ गए BDS  की टीम ने पाइप बम को ढूंढ निकाला और इसे निष्क्रिय कर दिया. बताया जा रहा है कि जवानों की माओवादी संगठन के रावघाट एरिया कमेटी के नक्सलियो से मुठभेड़ हुई है.


जवानों ने किया कई नक्सलियों के घायल होने का दावा  
नारायणपुर एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र कच्चापाल में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर डीआरजी,  बीएसएफ, बस्तर फाइटर के जवानों की एक संयुक्त टीम को मौके पर रवाना किया गया था. कोहकामेटा थाना क्षेत्र के कच्चापाल के पहाड़ियों में नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना पर जवानों ने जमकर गोलीबारी की, लेकिन नक्सली पहाड़ों और जंगलों की आढ़ लेकर मौके से भाग निकले. जवानों ने दावा किया है कि इस मुठभेड़ में कई नक्सलियों को गोली भी लगी है. क्योंकि मौके पर खून के धब्बे भी देखे गए हैं. हालांकि नक्सलियों का सामान बरामद नहीं हो पाया है. एसपी ने बताया कि फिलहाल जवानों की टीम सुरक्षित वापस पुलिस कैंप लौट गई है.


शहीदी सप्ताह में कोई वारदात नहीं कर पाए नक्सली
बता दें कि हर साल बस्तर में माओवादी संगठन के द्वारा 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाया जाता है. इस दौरान अलग-अलग मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों को माओवादी संगठनों द्वारा याद किया जाता है. माओवादियों ने शनिवार 3 अगस्त को एक प्रेसनोट जारी कर बीते 6 महीनो में बस्तर संभाग के अलग-अलग जिलों में हुए मुठभेड़ में बड़ी संख्या में अपने नक्सली साथियों के मारे जाने की जानकारी दी है. इसके साथ नक्सलियों ने पुलिस पर निर्दोष ग्रामीणों की भी हत्या करने का आरोप लगाया है. नक्सली अपने इस शहीदी सप्ताह के दौरान पूरे बस्तर संभाग में किसी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे पाए. मानसून के बावजुद भी लगातार जवानों के द्वारा चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन से नक्सली बैक फुट पर नजर आए है.


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