Eye Flu Infection: सूरजपुर जिले में तेजी से पांव पसार रहा 'आई फ्लू', 60 फीसदी ग्रामीण हैं संक्रमित
Eye Flu: सूरजपुर जिले के दूरस्थ पहाड़ी वनांचल क्षेत्र चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र में आई बीमारी तेजी से पांव पसार रहा है. गांव के लगभग 60-70 फीसदी लोग इस बीमारी के चपेट में हैं.
Surajpur News: सूरजपुर जिले के दूरस्थ पहाड़ी वनांचल क्षेत्र चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र में आई (Eye Flu Infection) बीमारी तेजी से पांव पसार रहा है. क्षेत्र में लगातार आई फ्लू के मरीज सामने आ रहे हैं. मरीजों में बीमारी के पूरे लक्षण भी दिखाई दे रहा है. जैसे- आंखों में पानी आना, दर्द होने जैसे लक्षण हैं. जानकारी के अनुसार चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र में लगभग हर एक घर में आई फ्लू से कोई न कोई संक्रमित है, जिससे यह और तेजी से फैल रहा है. घर के एक व्यक्ति के संक्रमित होने के बाद यह संक्रमण तेजी से फैल रहा है और देखते ही देखते पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले रहा है. जिससे पूरे परिवार के लोग संक्रमित हो जा रहे हैं.
हालांकि गांव में इस बीमारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए लोगों ने एहतियात बरतना शुरू कर दिया है और संक्रमित मरीज से दूरी बना रहे हैं. क्षेत्र के महुली, कोल्हुआ, उमझर, चोगा, करौटी, खोहिर, कछवारी, मोहरसोप, जुडवनीया, रामगढ, रसोकी सहित लगभग 2 दर्जन गांव में बच्चे, युवा, बुजुर्ग सहित गांव के लगभग 60-70 फीसदी लोग इस बीमारी के चपेट में हैं. अगर स्वास्थ्य विभाग जल्द इन गांवों में शिविर लगा लोगों का जरूरी उपचार करने के साथ संक्रमितों को क्वारंटाइन नहीं करेगी तो स्थिति खराब हो सकती है और पूरा का पूरा गांव इस बीमारी के चपेट में आ सकता है. क्षेत्र ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग से जल्द से जल्द गांव में शिविर लगा बीमारी के रोकथाम के लिए जरूरी पहल करने की मांग की है.
ऐसे फैली गांव में आंख की बीमारी
चांदनी-बिहारपुर क्षेत्र के ग्रामीण बताते हैं कि उनके घरों में किसी व्यक्ति में बीमारी के प्रारंभिक लक्षण दिखने शुरू हो गए थे. आंखों से पानी आने के साथ आंख लाल होना व दर्द होने की भी शिकायत थी. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि परिवार के एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में आसानी से यह बीमारी फैल गई और देखते ही देखते पूरे परिवार को अपनी चपेट में ले लिया. उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा दिक्कत महिलाओं को हो रही है. क्योंकि न तो वे चूल्हे के पास जा पा रही हैं और न ही खाना बना पा रही है. आंखों में धुआं लगने से उन्हें दर्द व बेचैनी होने की शिकायतें हैं.
शिविर लगा करेंगे आई ड्राप का वितरण- सीएमएचओ
इस संबंध में सीएमएचओ डॉ. आरएस सिंह ने बताया कि संक्रमित गांवों में स्वास्थ्य विभाग की टीम को भेज आई ड्राप का वितरण किया जाएगा. उन्होंने कहा कि आई फ्लू से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बचना चाहिए. साथ ही संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल किए गए कपड़े सहित अन्य सामग्रियों को स्वस्थ व्यक्ति को उपयोग में नहीं लाना चाहिए. वहीं संक्रमित व्यक्ति को आंखों में काला चश्मा पहनने के साथ स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में नहीं आना चाहिए. उन्होंने लोगों से बार-बार हाथ धोने और आंखों को न छूने की सलाह दी है.
ऐसे फैलता है आई फ्लू
बरसात के मौसम शुरू होने के साथ ही संक्रमित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. आंखों में खुजली और चिपचिपा पानी आने के साथ ही रेड या पिंक आई वाले बीमारी के लक्षण दिखने शुरू हो जाते हैं. आई फ्लू, जिसे इन्फ्लुएंजा या फ्लू भी कहा जाता है. आई फ्लू संक्रमित व्यक्ति के कपड़े छूने, साथ में सोने, साथ में खाना खाने से, हाथ मिलाने से, गले मिलने से, उनके कपड़े जैसे तौलिया, रुमाल, गमछा, तकिया, बिस्तर आदि का उपयोग करने से और अपने हाथों से बार-बार मुख, आंखें इत्यादि को छूने से फैलता है.
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