छत्तीसगढ़ का एक फर्जी पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. यह पत्र सभी पुलिस अधीक्षकों के नाम से छत्तीसगढ़ शासन के गृह विभाग द्वारा जारी किया गया और इस फर्जी पत्र पर अवर सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव के नाम का फर्जी हस्ताक्षर भी किया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार का कहना है कि यह राज्य शासन एवं गृह विभाग की छवि खराब करने के उद्देश्य से किया जा रहा है.


अवर गृह सचिव ने एफआईआर दर्ज कराई


गृह सचिव को इस फर्जी पत्र की जानकारी मिलने के साथ ही अवर सचिव मनोज कुमार श्रीवास्तव द्वारा रायपुर के राखी थाना में एफआईआर दर्ज कराई गयी है. किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा अवर सचिव के नाम व पदनाम का उल्लेख कर फर्जी दस्तावेज कूटरचित कर सोशल मीडिया में वायरल कर शासन एवं गृह विभाग की छबि धूमिल करने का प्रयास किया गया है. शिकायत के आधार पर राखी थाना में अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 419, 469 भादवि का दण्डनीय अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया है.


जानिए इस फर्जी पत्र में क्या लिखा है?


छत्तीसगढ़ प्रशासन ने इस पत्र को फर्जी बताया है. प्रशासन ने कहा है कि ऐसा करके उनकी छवि को धूमिल किया जा रहा है. इस वायरल हुए फर्जी पत्र में गृह विभाग के सचिव का आदेश लिखा हुआ है. इसमें प्रदेश के सभी पुलिस अधीक्षकों को उनके द्वारा संबोधित किया गया है. इसमें लिखा हुआ है कि कश्मीरी पंडित की तरह पलायन किए कान्यकुब्‍ज, सरयूपारीण या अन्य पुजारी, ब्राह्मण जो छत्तीसगढ के पुरातात्विक मंदिरों में अनाधिकृत कब्जा कर छत्तीसगढ में हिंदू राष्ट्र बनाने की मांग करने वालों, अंधविश्वास फैलाने वालों पर राजद्रोह का मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की बात कही गई है.


पुलिस फर्जी पत्र लिखने व वायरल वालों की तलाश में जुटी


बता दें कि अवर सचिव द्वारा इस मामले में एफआईआर दर्ज कराने के बाद पुलिस और साइबर सेल की टीम जांच में जुट गई है. यह पता लगाया जा रहा है कि आखिर ये फर्जी पत्र को वायरल किसने किया है. वहीं राखी थाना प्रभारी लक्ष्मी जायसवाल ने बताया कि अवर सचिव की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है. अब आरोपी की तलाश की जा रही है.


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