प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद किसान आदोलन खत्म करने को तैयार नहीं है. 26 नवंबर को देशव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई गई है. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में किसान ट्रैक्टर रैली निकालने जा रहे हैं. रैली के दौरान प्रधानमंत्री, राज्यपाल और मुख्यमंत्री को ज्ञारन सौंपा जाएगा. दावा किया जा रहा है कि रैली में 10 से 12 हजार किसान शामिल होंगे.


छत्तीसगढ़ किसान मजदूर महासंघ के संयोजक मंडल सदस्य और अखिल भारतीय क्रांतिकारी किसान सभा के सचिव तेजराम विद्रोही ने बताया कि दिल्ली सीमाओं पर किसान आंदोलन को एक साल पूरा होने के अवसर पर "तीन कृषि कानून वापस हुआ है, एमएसपी की कानूनी गारंटी चाहिए'' नारे के साथ ट्रैक्टर रैली निकाली जाएगी. उन्होंने बताया कि गरियाबंद जिले के मैनपुर से ट्रैक्टर रैली 26 नवंबर को राजधानी रायपुर पहुंचेगी. उन्होंने दावा किया कि इस रैली में गरियाबंद जिला से करीब 10 से 12 हजार किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल होंगे.


"सीएम से करेंगे टेबल टॉक"
तेजराम विद्रोही ने बताया कि दुर्गा चौक मैनपुर से ट्रैक्टर रैली की शुरुआत हो गई है. रायपुर पहुंचने के बाद ट्रैक्टर रैली पचपेड़ी नाका होते हुए सिद्धार्थ चौक, पुलिस लाइन, बूढ़ा तालाब से इंडोर स्टेडियम रायपुर पहुंचेगी. यहां एक सभा का आयोजन भी होगा. इसके बाद शाम 5 बजे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात कर 28 सितंबर को राजिम में आयोजित किसान महापंचायत में पारित प्रस्ताव तथा किसानों के तत्कालीन समस्याओं पर समाधान पर टेबल टॉक होगी.


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