Chhattisgarh Crime News: क्रिप्टों करेंसी के नाम पर देश में बड़े स्तर पर ठगों का गैंग सक्रिय है. अक्सर लोग इन ठगों के झांसे में आकर अपनी गाढ़ी कमाई चुटकियों में गंवा देते हैं. ऐसा ही एक मामला छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में भी सामने आया है. यहां ठगों ने रायपुर (Raipur) के एक व्यक्ति से लाखों रुपये की ठगी की है. इस मामले में रायपुर पुलिस ने कर्नाटक और तमिलनाडु के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके अलावा आरोपी कैसे ठगी करते थे पुलिस ने इस बात का भी पर्दाफाश किया है.


दरअसल शुक्रवार को रायपुर पुलिस ने एक प्रेस कांफ्रेंस की. इसमें रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने क्रिप्टो करेंसी के नाम पर देश में करोड़ों रुपये की हो रही ठगी पर खुलासा किया. उन्होंने बताया कि पैसा ट्रिपल होने का झांसा देकर ये ठग लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं. पैसे 3 गुना बढ़ाने के नाम पर आरोपी लोगों से लाखों रुपये ठग लेते थे. ठगों के ऐसे ही एक मायाजाल का छत्तीसगढ़ में पर्दाफाश हुआ है. यहां रायपुर के संतोष कुमार साहू को लालच देकर ठगों ने उनसे 14 लाख रुपये ठग लिए.


300 दिन में पैसे ट्रिपल करने का देते थे झांसा


रायपुर के आरंग के रहने वाले संतोष कुमार साहू ने आरंग थाने में शिकायत की थी. इसके मुताबिक संतोष साहू ने को उसके परिचितों ने युनिटी बाईट (क्रिप्टो करेंसी) के फायदे के बारे में जानकारी दी थी. इसके बाद ठगों की कंपनी ने रायपुर में एक सेमिनार किया. इसमें कम्पनी के मैनेजर  प्रकाश रेड्डी ने सेमिनार के दौरान इस कंपनी में निवेश करने पर 300 दिनों में पैसे को तीन गुना करने का लालच दिय था. इस सेमीनार में शामिल कंपनी के एंजेंट एंड मैनेजमेंट टीम के प्रकाश रेड्डी, एस भूपति और मुत्थू कुमार के द्वारा कंपनी के प्लान के बारे में बताया गया.


इसी के झांसे में आकर उन्होंने कम्पनी के एमडी आरआर रवि, सालंक काल्वेथ, मुत्थु कुमार, एस भूपति और प्रकाश रेड्डी सहित दूसरे एजेंटों के बैंक खातों में अलग-अलग तारीखों में कुल 14 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. लेकिन इसके बाद पूछताछ करने पर सामने से गोल मोल जवाब दिए जाने लगे. इसके बाद साहू ने आरंग थाने में शिकायत दर्ज कराई.


कर्नाटक और तमिलनाडु से दो आरोपी गिरफ्तार


इसके बाद रायपुर पुलिस के स्पेशल टीम ने संतोष कुमार साहू के बैंक खाते से जिन खातों में पैसे ट्रांसफर किए गए थे उनकी जानकारी जुटाई. इसके बाद कंपनी के एमडी और एजेंटों द्वारा जिन मोबाईल नंबरों से बात की गई थी. उनका तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों की लोकेशन पता करने की  कोशिश की गई. इसके बाद पुलिस को ठगी में शामिल आरोपी प्रकाश रेड्डी और एस भूपति की लोकेशन कर्नाटक और तमिलनाडू में मिली. इसके बाद एंटी क्राईम,  साईबर यूनिट और थाना आरंग पुलिस की पांच सदस्यीय टीम ने कर्नाटक और तमिलनाडु से दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया.


कई आरोपी पुलिस की चुंगल से फरार 


रायपुर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने मीडिया को बताया कि पूछताछ में आरोपियों ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर ठगी करने की जानकारी दी है. आरोपियों ने युनिटी बाईट (क्रिप्टो करेंसी) कंपनी के नाम से देश भर में लोगों को 300 दिनों में पैसे को तीन गुना करने का लालच देकर उनसे करोड़ों रूपये की ठगी को अंजाम दिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में जुड़े अन्य आरोपियों की तलाशी जारी है. उनको भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.


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