Jashpur News: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में इन दिनों एलपीजी गैस सिलेण्डरों की होम डिलीवरी में डग्गामार वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. ये वाहन बिना फिटनेस, इंश्योरेंस व सुरक्षा उपकरणों के इस्तेमाल किए जा रहे हैं. इन वाहनों से शहर में कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की आशंका है. जानकारी के अनुसार जिले में 36 गैस एजेंसियां है जिनके पास 100 से ज्यादा सिलेंडर वाहन हैं. इनमें से अधिकतर वाहन ऐसे हैं, जोकि बिना किसी सुरक्षा के चलाए जा रहे हैं. बता दें कि यहां सभी उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी की सुविधा को अनिवार्य किया गया है.
ऐसे में गैस एजेंसियां सिलेंडरों की डिलीवरी के लिए नियमों को ताक पर रखकर ऐसे वाहनों को सड़कों पर दौड़ा रही है, जोकि पूरी तरह से फिट नहीं है और जिनका बीमा सहित फिटनेश भी खत्म हो चुकी है. ऐसे वाहनों से कभी भी को बड़ा हादसा हो सकता है. जानकारी के अनुसार ऐसे वाहन धड़ल्ले से सड़कों पर दौड़ रहे हैं और लोगों के घरों में गैस पहुंचा रहे हैं. गैस एजेंसियों के द्वारा वाहनों के सुरक्षा मानकों को दरकिनार किया जा रहा है. नियमानुसार सभी वाहनों में आगजनी के दौरान इन्हें बुझाने के लिए फायर सेफ्टी यंत्र होना जरूरी है, लेकिन ज्यादातर में यह यंत्र गायब होता है. वहीं कुछ वाहनों में सिलेंडर का वजन करने के लिए कांटा भी नहीं होता है.
इस बारे में एक गैस उपभोक्ता मोहन कुमार का कहना है कि अनेक बार गैस गोदाम जाना पड़ा है. यहां सिलेंडर का वजन के लिए कोई इंतजाम नहीं होता है, न ही वजन कर सिलेंडर दिया जाता है. वहीं जिन वाहनों से गैस सिलेंडर की होम डिलीवरी की जा रही है, उनका रजिस्ट्रेशन खाद्य विभाग के साथ ही ऑयल कम्पनियों और आरटीओ कार्यालयों में भी होना अनिवार्य है. लेकिन पड़ताल में सामने आया कि खाद्य विभाग में इन वाहनों का रजिस्ट्रेशन तक नहीं करवाया गया है.
जल्द होगी जांच और कार्रवाई
इस मामले में जिला परिवहन अधिकारी डी. रायस्थ का कहना है कि गैस की होम डिलीवरी करने वाले वाहनों को लेकर जल्द अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी. इस तरह की लापरवाही परेशानी बन सकती है. इसके साथ ही कलर फिटनेस के साथ में आग की रोकथाम के उपाय भी चेक किए जाएंगे.
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