Gaurela-Pendra-Marwahi: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गौरेला पेंड्रा मरवाही (Gaurela Pendra Marwahi) जिले में हाथियों का उत्पात लगातार जारी है. हाथियों का दल एक बार फिर उसी इलाके में पहुंच गया है. जहां पिछले वर्ष तीन नवंबर को तात्कालिक एसपी त्रिलोक बंसल और उनकी पत्नी श्वेता बंसल हाथी के हमले में घायल हुए थे. तीन हाथियों का दल मरवाही वनमंडल के पेंड्रा रेंज के अमारू और पीथमपुर गांवों के सरहदी इलाके में पहुंचा हुआ है और जमकर उत्पात मचा रहा है. इस दल ने 10 किसानों के धान और मक्का के फसलों को रौंदकर नुकसान पहुंचाया है. वहीं कई मकान भी क्षतिग्रस्त कर दिए हैं.


फसलों को किया बर्बाद
हाथियों का दल आबादी क्षेत्र से कुछ ही दूरी पर विचरण कर रहा है. वहीं लोग हाथियों को खदेड़ने के लिए जान जोखिम में डालने के साथ ही साथ वन्यप्राणी संरक्षण नियमों को भी ताक पर रख रहे हैं. तीन सदस्यीय हाथियों के दल ने सात किसानों के मक्का की फसल के साथ ही तीन किसानों के धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है. जबकि दो लोगों के घरों को क्षतिग्रस्त किया है. हाथियों का यह दल पिछले 14 दिनों से मरवाही वनमंडल के अलग अलग रेंज में विचरण कर रहा है. इसमें त्रिदेव नाम का दंतैल हाथी भी शामिल है. वहीं वनकर्मियों की हड़ताल के चलते हाथी मित्र दल और दैनिक वेतन भोगियों की मदद से हाथियों की मूवमेंट पर निगरानी रखी जा रही है.


वन कर्मचारी हड़ताल पर
डीएफओ दिनेश पटेल ने बताया कि वन कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से समस्याएं आ रही है. हाथी मित्र दल के लोग कुछ समय के लिए फील्ड में जा रहे हैं. हाथियों के मूवमेंट पर नजर रख रहे है. कल मैं खुद चिंता की तरफ गया था जहां तीन हाथियों का दल मौजूद है. गांव वालों को समझाइश दिया गया है कि उन्हें भगाने की कोशिश नहीं करें, हाथियों को अपने अनुसार रास्ते पर जाने दें. ताकि वे किसी को जानहानि ना करते हुए आगे निकल जाएं.



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