Chhattisgarh: जब मैनपाट में लगा घुमक्कड़ों का 'मेला', छत्तीसगढ़ के इस 'शिमला' के मुरीद हुए पर्यटक
Chhattisgarh News: घुमक्कड़ी दिल से नाम के संगठन ने इस साल छत्तीसगढ़ के एक गांव को अपने सम्मेलन के लिए चुना. दो दिवसीय सम्मेलन में देशभर के विभिन्न राज्यों के घुमक्कड़ यहां जुटे थे.
Surguja News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पर्यटन मंडल और घुमक्कड़ी दिल से (GDS) ने 22-23 जुलाई को बौद्ध तीर्थ और हिल स्टेशन मैनपाट (Mainpat) में दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. इस सम्मेलन में देश के विभिन्न हिस्सों से घुमक्कड़, ब्लॉगर, यूट्यूबर, फोटोग्राफर, पर्वतारोही और प्रकृति प्रेमियों ने भाग लिया. प्रदेश में अपनी तरह का यह पहला आयोजन था. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य छत्तीसगढ में पर्यटन (Tourism) को बढ़ावा देना और प्रदेश की नैसर्गिक सुंदरता को दुनिया के सामने लाना है.
सम्मेलन के दौरान सभी अतिथियों ने सरगुजा के पर्यटन स्थलों को करीब से देखा. यहां की संस्कृति और खानपान को जाना. आयोजन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए अतिथियों का भव्य स्वागत स्थानीय करमा नृत्य से किया गया और सभी अतिथियों को स्थानीय पारंपरिक भोजन करील और पुटू परोसा गया. इसके साथ ही सम्मेलन के दौरान सभी अतिथियों ने मैनपाट के विभिन्न पर्यटक पॉइंट का दौरा किया.
पर्यटकों की ऐसे मदद करता है घुमक्कड़ी दिल से
सम्मेलन के पहले दिन परिचय सत्र हुआ और सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ भगवान शंकर के लिंगाष्टक पाठ से हुआ. पन्ना से आए मुकेश पाण्डेय चंदन ने बताया कि जीडीएस की स्थापना वर्ष 2015 में की गई, जो देशभर के घुम्मक्कड़ों का एक विशाल परिवार है. इसमें देश-विदेश की जानकरी घर बैठे मिल जाती है. कहीं घूमना हो तो उसके बारे में लोग सटीक सलाह भी देते हैं. किसी भी स्थान पर इसके सदस्य मदद को तैयार रहते हैं.
इन जगहों पर आयोजित हो चुकी है बैठक
चंदन ने बताया कि हमारा ग्रुप 'घुमक्कड़ी दिल से' हर साल देश की कम जानी-पहचानी मगर बेहद खूबसूरत जगहों पर बैठक आयोजित करता आ रहा है. ओरछा (मप्र), रांसी (उत्तराखंड), महेश्वर (मप्र), पन्ना (मप्र) के बाद अब प्रकृति का दुलारा और धान का कटोरा कहे जाने वाले राज्य छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के मैनपाट में सम्मलेन आयोजित किया गया. सम्मेलन के अंतिम सत्र में सभी अतिथियों ने शैला रिजॉर्ट परिसर में पौधे लगाए गए.
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