Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में बहुप्रतीक्षित निगम मंडलों में नियुक्तियां आखिरकार शुरू हो गई हैं. आरंग से विधायक गुरु खुशवंत साहेब को अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष बनाया गया है. उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा मिला है. वहीं पत्थलगांव की विधायक गोमती साय को सरगुजा विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. 


इसके अलावा मरवाही विधायक प्रणव कुमार मरपच्ची को मध्यक्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया है. लता उसेंडी को बस्तर विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष, दुर्ग ग्रामीण विधायक ललित चंद्राकर को पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है. मंत्रालय के सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इन नियुक्तियों के संबंध में आदेश जारी किए गए हैं. बता दें कि इन नियुक्तियों के साथ राज्य में निगम मंडलों के लिए जिम्मेदारियां भी तय होने लगी हैं, जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था. 


कौन है गुरु खुशवंत साहेब?
खुशवंत साहेब धर्मगुरु बाल दास के बेटे हैं. उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान ही बीजेपी ज्वाइन की थी. उन्होंने कांग्रेस के पूर्व मंत्री को हराया था. खुशवंत साहेब के पिता सतनामी समाज के धर्मगुरु है बीजेपी इस समाज में अपनी पैठ मजबूत करना चाहती है इसलिए खुशवंत साहेब को अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई है.


कांग्रेस की राह पर नजर आई बीजेपी
बता दें कि इससे पहले छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने भी सरकार के कार्यकाल के करीब एक साल बाद निगम-मंडल की लिस्ट जारी की थी. जिसमें 91 नेताओं के नाम शामिल थे. जिसमें 10 पद अध्यक्ष के शामिल थे. अब बीजेपी भी कांग्रेस की उसी राह पर चलती नजर आई. विष्णुदेव साय सरकार को करीब 10 महीने हो गए हैं. तब जाकर निगम मंडलों में नियुक्तियां की गई है. 


परफॉर्मेंस के आधार पर हुआ सलेक्शन
निगम मंडलों में नियुक्तियों को लेकर कहा जा रहा है कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव के दौरान परफॉर्मेंस कैसा रहा. पार्टी की तरफ से जो काम दिया गया था, वो कितना पूरा कर पाए उसकी परफॉर्मेंस के आधार पर  सलेक्शन किया गया है. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए बड़े नेता और पदाधिकारी निगम-मंडलों में पद पाने के लिए जोर लगाते दिखाई दिए. जिसमें सरगुजा, बिलासपुर, जगलपुर औऱ महासमुंद के नेताओं के नाम शामिल है.


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