Raipur News: हर घर तिरंगा अभियान पर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में सियासत शुरू हो गई है. दरअसल छत्तीसगढ़ बीजेपी के पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल (Brijmohan Agarwal) ने बीजेपी के रायपुर जिला कार्यालय से तिरंगा बिक्री स्टॉल की शुरुआत की है. इसपर कांग्रेस (Congress) ने आपत्ति जताई है. वहीं राज्य की कांग्रेस सरकार ने केंद्र सरकार के अभियान के साथ राज्य में अपना अलग हमर तिरंगा अभियान शुरू कर दिया है. जिसको लेकर छत्तीसगढ़ में राजनीति गरमा गई है.
बीजेपी जिला कार्यालय में बनाया तिरंगा बिक्री केंद्र
दरअसल बीजेपी जिला कार्यालय परिसर में दो दिन पहले बीजेपी के पूर्व मंत्री और विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने तिरंगा विक्रय केंद्र का शुभारंभ किया था. बीजेपी अपने कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों के लिए तिरंगा उपलब्ध करवा रही है.
वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने हमर तिरंगा अभियान की शुरुआत की है. इसके तहत अब लोग अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल में तिरंगा लगा रहे है.
तिरंगे पर नहीं होनी चाहिए राजनीति - बृजमोहन अग्रवाल
बीजेपी नेता बृजमोहन अग्रवाल ने बीजेपी कार्यालय में तिरंगा विक्रय केंद्र शुरू करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर पूरे देश में लगभग 20 करोड़ घरों में झंडा फहराने का लक्ष्य रखा है. इसलिए छत्तीसगढ़ के 25 लाख घरों में तिरंगा फ़हराने का लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी ने लिया है.
आगे उन्होंने आगे कहा कि नागरिक जब झंडा खरीद कर अपने घर में फहराएगा तो वो इस अभियान से अपने आपको जुड़ा महसूस करेगा और ये तिरंगा कभी राजनीति का विषय नहीं हो सकता.
मोहन मरकाम ने बीजेपी पर निशाना साधा
इधर, बीजेपी कार्यालय में तिरंगा बेचने पर पीसीसी चीफ मोहन मरकाम ने आपत्ति जताई है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी तिरंगे का व्यापार कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर तिरंगे के प्रति सम्मान है तो लोगों को मुफ्त में दें. वास्तव में तिरंगे के प्रति सम्मान है तो लोगों को मुफ्त उपलब्ध करवायें.