Chhattisgarh News: बस्तर में कोरोना नियंत्रित लेकिन पैर पसार रहा मलेरिया, जांच अभियान में 400 से अधिक घरों में मिला लार्वा
Bastar News: मानसून से पहले चलाए गए मलेरिया मुक्त अभियान में 400 से अधिक घरों में मलेरिया का लार्वा मिला. अधिकारियों ने जिले वासियों को कूलर-फ्रिज आदि में पानी जमा न होने देने के निर्देश दिये.
Bastar: छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में भले ही कोरोना नियंत्रण में है, लेकिन मलेरिया का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ते जा रहा है. मानसून के पहले ही प्रशासन के द्वारा चलाए जा रहे मलेरिया मुक्त अभियान में 400 से अधिक घरों में मलेरिया का लार्वा मिलने की पुष्टि हुई है, हालांकि इसे स्वास्थ विभाग के कर्मचारियों ने नष्ट कर दिया लेकिन जागरूकता की कमी की वजह से ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ शहरी क्षेत्रों में भी मलेरिया पैर पसार रहा है, जिससे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी भी बस्तर वासियों को मलेरिया से बचने और सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं.
डोर टू डोर चलाया जा रहा अभियान
दरअसल अभियान के दौरान स्वास्थ विभाग की टीम लगातार ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सर्वे का कार्य कर रही है, इस दौरान टीम ने देखा कि मलेरिया मच्छर का लार्वा घरों में रखे कूलर, फ्रिज और अन्य जमे हुए पानी और बर्तनों में पनप रहा है, लेकिन लोग गंभीर नहीं हैं, स्वास्थ विभाग के कर्मचारी शहर वासियों के साथ ही ग्रामीणों को जागरूक करने और प्रोत्साहित करने की कोशिश कर रहे हैं और साथ ही सावधानी बरतने को कह रहे हैं.
टीम के द्वारा लोगों को डेंगू, मलेरिया, जापानी बुखार और चिकनगुनिया बीमारी की रोकथाम और लक्षणों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है, जिला मलेरिया अधिकारी डॉ . एस. एस टीकाम ने बताया कि मलेरिया और डेंगू की बीमारी से बचाव को लेकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है और डोर टू डोर अभियान के तहत लोगों को बीमारी से बचाव और लक्षणों के बारे में बताया जा रहा है.
सर्वे में मिले 400 मरीज
जिला मलेरिया अधिकारी एस.एस टिकाम ने बताया कि यह अभियान एक महीने तक चलेगा. उन्होंने कहा कि मलेरिया का सीजन शुरू हो चुका है और अगस्त के बाद डेंगू के सीजन की शुरुआत होगी. वहीं बस्तर जिले में डेंगू के कई केस मिले थे ऐसे में टीम पहले से ही इन इलाकों में सतर्कता बरत रही है. डॉ. टिकाम ने आगे कहा कि मलेरिया को फैलने से रोकने के लिए लगातार उपाय भी किए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि 17 मई से शुरू हुए इस अभियान में की गईं जांच में अब तक 400 लोग मलेरिया से पीड़ित पाए गए हैं, इनमें बिना लक्षण के 150 तो वहीं 142 मलेरिया के लक्षण वाले मरीज हैं. इसमें भी 0 से 14 साल के 154 बच्चे, 82 पुरुष और 94 महिलाएं हैं. अभियान के तहत अब तक 2 लाख 17 हजार 798 लोगों में जांच की है. जांच में शामिल सबसे अधिक लोग बस्तर संभाग के हैं.
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