Chhattisgarh Flood News: छत्तीसगढ़ में भी बारिश ने कहर बरपा रखा है, प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भारी बारिश की वजह से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं, एक तरफ जहां बस्तर संभाग में आफत की बारिश की वजह से दो लोगों की मौत हो गई है, जिसमें एक मासूम भी शामिल है ,वहीं दूसरी तरफ एक पुल की पिचिंग  बह गयी है.


साथ ही बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में पिछले 5 दिनों से भारी बारिश में फंसे जवानों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर बाहर निकाला गया है, इसके अलावा सैकड़ों गांव टापू में तब्दील हो गए हैं और चारों तरफ पानी ही अपनी नजर आ रहा है ,वही मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक अगले 48 घंटों के लिए भी बस्तर संभाग के साथ पूरे प्रदेश के जिलों में  भारी बारिश की पूरी संभावना बनी हुई है.


अलग-अलग जिलों में बारिश ने बरपाया कहर
जानकारी के मुताबिक कांकेर जिले में एक ग्रामीण नाला पार करते तेज बहाव में बह गया है, तो वहीं बालोद जिले में एक मासूम की नाला में बहकर मौत हो गई है, वहीं कवर्धा में भी पुल पार करती ट्रैक्टर ट्रॉली नदी के तेज बहाव के कारण पलट गई और इस हादसे में पांच लोग बाल बाल बच गए, इसके अलावा बोड़ला में सड़क पर पहाड़ का पत्थर टूट कर गिर गया है, वहीं दल्लीराजहरा में पुल के दोनों और की पिचिंग बह गई है.


बालोद जिले की पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक डोंडीलोहारा थाना क्षेत्र में एक गांव में 3 साल का मासूम खेलते खेलते नाली में बह गया, इसके अलावा कांकेर जिले के कोयलीबेड़ा ब्लॉक के गांव तूरसानी में नदी पार करने के दौरान तेज बहाव में बहने से ग्रामीण की मौत हो गई.


बताया जा रहा है कि किसान धनीराम  नदी पार कर दूसरी ओर गुड़ीबेड़ा स्थित खेत में काम करने गया था, और शाम को आने के दौरान लगातार बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ने के साथ ही  वह तेज बहाव में बह गया जिससे उसकी मौत हो गई.


बाढ़ मे फंसे जवानों का हेलीकॉप्टर से किया गया रेस्क्यू
इधर इस बारिश से आये बाढ़ के बाद कई  लोग बेघर हो गए हैं, डुबान क्षेत्र में मकानो में पानी घुस जाने की वजह से चारों तरफ तबाही का ही मंजर नजर आ रहा है, वही इस भारी बारिश के बावजूद जवानों का नक्सलियों का खिलाफ एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है, लेकिन जवान भी खुद इस बारिश में फंस गए, जानकारी के मुताबिक बीते कुछ दिन पहले बीजापुर के इल्मीडी इलाके में पुलिस और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी, और वापसी के दौरान जवान तेलंगाना के पेनगुल नदी में आए बाढ़ में फंस गए थे.


तकरीबन चार दिनों तक ग्रेहाउंडस के जवान बिना राशन और खाद्य सामान के जंगल में 5 दिन फंसे रहे, 5 दिन पहले जवान ऑपरेशन के लिए बीजापुर और तेलंगाना के सीमा पर आए थे, लेकिन लौटते समय खराब सड़क और भारी बारिश के बीच नदी का जलस्तर बढ़ने  के चलते जवान फंस गए.


इधर जवानों के फंसे होने की सूचना मिलते ही अधिकारियों ने जंगल में फंसे पुलिसकर्मियों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर वाजेड पहुंचाया, बताया जा रहा है कि करीब 5 दिनों से जंगल में फंसे होने के बाद जवान खुद को अस्वस्थ महसूस कर रहे हैं ,जिसके कारण जवानों को सेना के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू कर कंधों पर लादकर बस तक ले जाया गया, फिलहाल सभी जवान की हालत स्थिर बनी हुई है, हालांकि इस भारी बारिश के बावजूद भी कई इलाकों में जवान एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी रखे हुए हैं.


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