Chhattisgarh: झोपड़ी जली, मुआवजे के लिए भटका, सिस्टम से हारकर शख्स ने पेड़ पर लिखा मकान नंबर
PM Awas Yojana: खेमू साहू की झोपड़ी में कुछ महीने पहले आग लग गई थी, उसने प्रशासन से कई बार मदद मांगी. पीएम आवास योजना के तहत घर पाने के लिए उसने कई बार आवेदन किया लेकिन निराशा हाथ लगी.
Dhamtari News: लोगों के ठिकाने की पहचान के लिए सरकार द्वारा उनके मकान का नंबर दिया जाता है, लेकिन छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के बगदेही गांव में एक शख्स ने पेड़ को ही अपना ठिकाना घोषित करते हुए उस पर अपना मकान नंबर लिख दिया है. शख्स ने ऐसा इसलिए नहीं किया कि उसे पेड़ के नीचे रहना पसंद है, बल्कि उसे ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है क्योंकि प्रशासन द्वारा उसकी कोई मदद नहीं की जा रही है.
घर नहीं होने पर पेड़ को ही बना लिया ठिकाना
दरअसल हुआ ये कि चार महीने पहले खेमू साहू की झोपड़ी में आग लग गई थी, इसके बाद साहू ने मुआवजे के लिए आवेदन किया. साथ ही साहू पिछले कई सालों से पीएम आवास योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर रहा है लेकिन इस गरीब और बेघर की सुनवाई करने वाला कोई नहीं है. हैरानी की बात ये है कि सरकारी अफसर तो ये कह रहे हैं कि खेमू साहू पीएम आवास योजना के लिए पत्र नहीं हैं.
पेड़ की छांव में ही हो रही खेमू की गुजर बशर
घर न होने की वजह से खेमू पेड़ के ही नीचे रहने को मजबूर हैं, पेड़ के नीचे ही उन्होंने अपनी जरूर का सारा सामान रख रखा है. पेड़ की जड़ में ही उन्होंने नमक, मिर्च, मसाला और राशन रख रहा है. भीषण गर्मी, आंधी, बारिश में साहू का परिवार इस पेड़ के नीचे ही रहने को मजबूर हैं.
'मजदूरी न मिलने पर कभी-कभी सोना पड़ता है भूखे पेट'
खेमू बताते हैं कि कुछ साल कुछ साल पहले उनकी मां की मौत हो गई थी, इसके बाद उनके पिता उसे और उसके छोटे भाई को छोड़कर चले गए. साहू कहते हैं कि हम दोनों भाई दिहाड़ी मजदूरी कर अपना पेट भरते हैं, कभी-कभी काम नहीं मिलने पर उन्हें भूखे पेट सोना पड़ता है. खेमू साहू कहते हैं कि खुले आसमान में पेड़ के नीचे उन्हें हमेशा सांप, बिच्छू के काटे जाने का डर रहता है.
'खेमू साहू को नहीं मिल सकता पीएम आवास योजना का लाभ'
जनपद पंचायत के सीईओ (CEO) गोविंद राम यादव ने कहा कि खेमू साहू का नाम आवास शाखा से प्रतिरक्षा सूची में अवलोकन करवाया तो पता चला कि खेमू साहू का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना के स्थाई प्रतिरक्षा सूची में नहीं है. आवास प्लस F की सूची में भी उनका नाम नहीं है. अब हितग्राही को पीएम आवास योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता है, हितग्राही अपात्र है. शासन की कोई योजना आती है तो अलग बात है लेकिन वर्तमान में आवास का लाभ नहीं नहीं दिया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: Watch: सरगुजा में युवक का हाई वोल्टेज ड्रामा, प्यार के लिए टंकी पर जा चढ़ा, प्रेमिका को बुलाने पर ही उतरा