CRPF Foundation Day: छत्तीसगढ़ के बस्तर में CRPF अपना 84वां स्थापना दिवस मनाने जा रही है. 25 मार्च मनाये जाने वाले इस स्थापना दिवस की तैयारी पूरी हो चुकी हैं और शुक्रवार शाम देश के गृहमंत्री अमित शाह भी इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बस्तर पहुंच रहे हैं. गृहमंत्री के बस्तर प्रवास से पहले सीआरपीएफ के डीजी एस. एल थाओसेन ने करणपुर में स्थित CRPF हेड क्वार्टर का निरीक्षण किया और यहां परेड ग्राउंड की तैयारी का जायजा लेने के साथ स्थानीय मीडिया से भी मुलाकात की.
कार्यक्रम में शामिल होंगे गृह मंत्री अमित शाह
इस दौरान सीआरपीएफ के डीजी थाओसेन ने बस्तर में नक्सल मोर्चे पर तैनात सीआरपीएफ जवानों की उपलब्धियां गिनाई. साथ ही आने वाले साल के लिए नक्सलियों से निपटने के लिए अपना प्लान भी बताया. इसके अलावा उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब देश की राजधानी दिल्ली और जम्मू कश्मीर के बाद सीआरपीएफ अपना 84वां स्थापना दिवस बस्तर में मना रही है और इस कार्यक्रम में खुद देश के गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हो रहे हैं.
'3 साल में 50 नक्सलियों को किया ढेर'
सीआरपीएफ डीजी एस.एल थाओसेन ने बताया कि पिछले 3 सालों में नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सल मोर्चे पर तैनात CRPF के जवानों ने 50 से अधिक नक्सलियों का एनकाउंटर किया है. वहीं पिछले एक साल में बस्तर में 9 नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया है, साथ ही अलग-अलग राज्यों से 440 नक्सलियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. इसके अलावा विभिन्न मुठभेड़ों और नक्सलियों के आत्मसमर्पण के दौरान नक्सलियों से 229 हथियार बरामद किए हैं इसमें एके-47, एसएलआर के साथ अन्य आधुनिक हथियार भी शामिल हैं. इसके अलावा 21926 गोला बारूद भी सीआरपीएफ के जवानों ने अलग-अलग इलाकों से बरामद किए हैं. वहीं पिछले साल भर में 57 आईईडी और हैंड ग्रेनेड भी जवानों ने बरामद किया है.
नक्सल प्रभावित राज्यों से नक्सलियों से 1 करोड़ से ज्यादा बरामद
उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित राज्यों जैसे छत्तीसगढ़, उड़ीसा, बिहार, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश से नक्सलियों से 1 करोड़ 22 लाख 48 हजार 948 रुपये नगद बरामद किया है. पिछले 1 साल में ही छत्तीसगढ़ में करीब 17 एफओबी (फॉरवर्ड ऑपरेशन बेस कैम्प) खोले गए हैं, इन कैम्पों के खुलने से पुलिस को नक्सल ऑपरेशन में काफी सफलता हासिल हुई है. आने वाले समय में बस्तर के और अंदरूनी क्षेत्रों में इस तरह के कैंप खोलने पर भी विचार किया जा रहा है. इस कैम्प के जरिए स्थानीय पुलिस के साथ सीआरपीएफ अच्छी तालमेल कर नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन चलाकर उपलब्धि भी हासिल कर रही है.
'ये बड़े नक्सली लीडर होंगे CRPF के टारगेट'
सीआरपीएफ डीजी ने बताया कि सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन एंटी नक्सल ऑपरेशन के लिए पूरी तरह से प्रशिक्षित है, बस्तर में कोबरा बटालियन की तैनाती के बाद नक्सलियों को बैकफुट पर लाने पर काफी उपलब्धि हासिल हुई है. उन्होंने कहा कि इस साल नक्सलियों के बड़े लीडर CRPF का टारगेट होंगे. डीजी ने कहा कि जन मिलिशिया कमांडर, सेक्शन कमांडर, PLGA के सदस्य खासकर हिड़मा, गणेश उइके, पापा राव और अन्य बड़े नक्सली लीडर को सीआरपीएफ, राज्य पुलिस और अन्य सुरक्षाबलों के साथ संयुक्त ऑपरेशन चलाकर टारगेट बनाएगी.
'पूरी तरह से नक्सल मुक्त होगा बस्तर'
डीजी ने कहा कि सीआरपीएफ के जवानों द्वारा बस्तर में केवल एंटी नक्सल ऑपरेशन ही नहीं बल्कि सरकार के विकास कार्यों में सुरक्षा के लिए पूरी सहभागिता निभाई जा रही है, रोड ओपनिंग पार्टी से लेकर अन्य डेवलपमेंट कार्यों में सीआरपीएफ के जवान बस्तर के अंदरूनी इलाकों में 24 घंटे अपनी सुरक्षा दे रहे हैं. डीजी ने कहा कि अन्य राज्यों के मुकाबले बस्तर में नक्सलगढ़ का क्षेत्रफल काफी बढ़ा है, ऐसे में धीरे-धीरे नक्सलियों के कोर एरिया में जवानों की टीम अपना बेस बना रही है. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ सालों में बस्तर संभाग पूरी तरह से नक्सल मुक्त होगा.
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