Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिला और इस्पात नगरी भिलाई में लगातार डेंगू (Dengue) के मामले सामने आ रहे हैं. डेंगू के रोग काम के लिए भिलाई स्टील प्लांट का स्वास्थ्य विभाग और दुर्ग जिला मलेरिया विभाग की टीम संयुक्त अभियान चला रही है. इसके साथ ही यह टीम लोगों के घरों में जाकर डेंगू के लार्वा नष्ट कर रही है और लोगों को जागरूक कर रही है. इसके बावजूद भी लोग इस जानलेवा बीमारी डेंगू के प्रति जागरूक नहीं हो रहे हैं. जिसको देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने फरमान जारी करते हुए कहा है कि अब लोगों के घरों में मिलेगा डेंगू का लार्वा तो फाइन कटेगा और लगाया जाएगा जुर्माना.


लोगों को घरों में लगातार मिल रहा है कि डेंगू का लार्वा
निगम स्वास्थ्य एवं भिलाई इस्पात संयंत्र के जनस्वास्थ्य विभाग के टीम के साथ सड़क नं. 5, 12, 13, 14 के लगभग 100 मकान का फिर से सघन जांच किया गया. जहां 5 स्थानों पर डेंगू के लार्वा पाये जाने पर जुमार्ना लगाया गया. लोगों का टेमीफोस का वितरण कर, साफ-सफाई रखने, वर्षा जल को जमा न होने देने, मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह दी गई. निर्देशानुसार टीम, क्वाकोथरिन के धुआं का छिड़काव सुबह-शाम निर्धारित समय पर सेक्टर-2 में कर रहे है.


तीन घरों और दो व्यावसायिक प्रतिष्ठान में मिला डेंगू का लार्वा
इस संयुक्त टीम में निगम के कर्मियों सहित बीएसपी के स्वास्थ्य विभाग के भी कार्मिक भी शामिल थे डेंगू प्रभावित सेक्टर-2 के घरों में चेतावनी के बावजूद जब दूसरी जांच में डेंगू के लार्वा पाये गए तब निगम एवं बीएसपी की संयुक्त टीम ने 2 व्यावसायिक प्रतिष्ठान एवं तीन घरों के मालिक पर अर्थदंड लगाया है. इन मकान मालिकों पर अर्थदण्ड अधिरोपित करते हुए उनको डेंगू के लार्वा खत्म करने की सलाह दी गई है. और टेमीफोस का वितरण भी किया गया है. संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग महाप्रबंधक के के यादव ने भी सेक्टर- 2 के प्रभावित क्षेत्रों का अवलोकन किया है और दोबारा लार्वा पाए जाने वाले आवासों को चेतावनी भी दी गई. 


 स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम लगातार डेंगू से बचाव के लिए चला रही है अभियान
26 अगस्त को इस्पात नगरी में कुल 1792 घरों की जांच किया गया. जिसमें से 1557 पात्रों, कूलर और अन्य जल एकत्र किए स्थानों का सर्वे किया और उन्हें साफ भी करवाया गया. इस सर्वेक्षण मे 1220 घरों में टेमीफास दवाई का वितरण किया गया. इस सर्वे में 153 घरों में लार्वा पाए जाने की संभावना को देखते हुए जमा हुवे पानी की सफाई की गयी और दवा का छिड़काव किया गया. 90 घरों में स्प्रे किया गया. इसके साथ ही सेक्टर-2 में आयलिंग, बैकलाइन स्प्रे, डेंगू से संभावित घरों एवं आसपास के क्षेत्र में पोटेबल फागिंग के साथ ही पाम्पलेट वितरण, माईक के माध्यम से निवेदन, लक्षण, रोकथाम के बारे में जानकारी आदि से लोगों को जागरूक किया गया.


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