Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में बस्तर डेरी फॉर्म नाम की मिल्क फैक्ट्री के संचालक द्वारा लोगों के जान के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. प्रशासन के बनाए गए सारे नियमों को ताक पर रखकर भारी लापरवाही फैक्ट्री में बरती जा रही है. वेस्ट मटेरियल के निकासी के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं किए जाने के चलते इससे निकलने वाली बदबू और वेस्ट मटेरियल लोगो के घर के अंदर तक पहुंच रही है, जिससे निवासियों का बुरा हाल हो रहा है.


इसकी कई बार शिकायत करने के बावजूद भी इस डेरी फॉर्म के संचालक पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही. लिहाजा बड़ी संख्या में इस लापरवाही से प्रभावित हो रहे निवासियों  की लगातार तबीयत बिगड़ रही है, जिसके चलते निवासियों  ने संचालक पर कार्यवाही की मांग की है.


रहवासी लगातार पड़ रहे बीमार 
शहर से लगे बोरपदर इलाके में बस्तर डेरी फॉर्म की मिल्क फैक्ट्री यहां के निवासियों  की जान की दुश्मन बन गई है. यहां के निवासियों लक्ष्मी मानिकपुरी और कृष्णा का कहना है कि इस फैक्ट्री में दूध की पैकेजिंग की जाती है और पैकेजिंग के दौरान फैक्ट्री के संचालक द्वारा किसी केमिकल का उपयोग भी किया जाता है. जिस वजह से फैक्ट्री से निकलने वाली वेस्ट मटेरियल उनके सेहत पर असर डाल रही है. वहीं वेस्ट मटेरियल की निकासी की सही व्यवस्था नहीं होने की वजह से लोगों के घरों के अंदर बदबू आ रही है.


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यही नहीं फैक्ट्री के आसपास लगे पेड़ भी इस केमिकल के वजह से उखड़ जा रहे हैं. आसपास की जमीन भी पूरी तरह से बंजर हो चुकी है, वहीं इस वेस्ट मटेरियल से इतनी बदबू आती है कि आसपास के निवासियों का जीना मुश्किल हो गया है. उन्होंने इसकी शिकायत कई बार विभाग के अधिकारियों से भी की लेकिन अधिकारियों ने भी फैक्ट्री संचालक पर कोई कार्यवाही नहीं की, ना ही वेस्ट मटेरियल के डंप के लिए कोई उचित व्यवस्था करवाया, लिहाजा इस  वेस्ट मटेरियल से बच्चे बूढ़े, महिलाएं सभी बीमार हो रहे हैं. साथ ही चौबीसों घंटे आने वाली बदबू से लोग परेशान हो गए हैं.


जांच के बाद होगी कार्यवाही 
नियम के मुताबिक इस तरह के मिल्क फैक्ट्री के संचालन के लिए वेस्ट मटेरियल के निकासी के लिए पूरी व्यवस्था होनी चाहिए. साथ ही आसपास के निवासियों को इस फैक्ट्री से कोई दिक्कत ना हो इसका भी खास ख्याल रखा जाना चाहिए. बावजूद इसके कई सालों से शासन के सारे नियमों को ताक में रखकर बस्तर डेरी फॉर्म की मिल्क फैक्ट्री संचालित हो रही है, हालांकि इस मामले में बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने कहा कि निवासियों के द्वारा जरूर उन्हें शिकायत मिली है और इसकी जांच के लिए एक टीम भी बनाई जा रही है. जल्द ही यह टीम इस मिल्क फैक्ट्री का निरीक्षण करेगी और लापरवाही पाए जाने पर संबंधित संचालक पर CRPC धारा 123,133 के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है. 


वेस्ट मटेरियल के निकासी की नही है व्यवस्था 
इधर इस मिल्क फैक्ट्री के संचालक का कहना है कि वेस्ट मटेरियल के निकासी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन जहां फैक्ट्री बनी है वहां बड़ी संख्या में रहवासी भी हैं, ऐसे में डंप के लिए कोई जगह नहीं बनाए जाने की वजह से उनके घरों तक वेस्ट मटेरियल बहकर पहुंच रहा है, इस व्यवस्था को दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है.


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