Chhattisgarh Weather News: इन दोनों पूरे देश में भीषण गर्मी पड़ रही है ऐसे में छत्तीसगढ़ के बड़े हिस्सों में भी मौसम विभाग ने लू चलने की आशंका जताई है. मंगलवार को छत्तीसगढ़ के कई बड़े शहरों में पारा 40 डिग्री से ऊपर चला गया है. इसको देखते हुए मौसम विभाग ने बुधवार से सरगुजा संभाग, बिलासपुर संभाग और दुर्ग संभाग के उत्तरी भाग जिसमें राजनांदगांव, दुर्ग, कवर्धा और बेमेतरा जिलों में ग्रीष्म लहर चलने की आशंका जताई है. मौसम विभाग ने यह भी आशंका जताई है कि कुछ जगहों पर तेज गर्मी के बाद स्थानीय प्रभाव से एक से दो जगहों पर धूल भरी आंधी और गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकती हैं.


कई जिलों में पारा 40 डिग्री से पार
छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पारा 40 डिग्री से ऊपर ही चल रहा है, जबकि कुछ जिलों में पारा 44 डिग्री तक भी पहुंच गया है. लोग तेज गर्मी से बचने के लिए तमाम तरह की कोशिशें कर रहे हैं. अब मौसम विभाग ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि अगले एक-दो दिनों में कई जिलों में लू चलने की भी आशंका है. ऐसे में लोगों को सावधानियों का बहुत ज्यादा ध्यान रखना पड़ेगा.


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गर्मियों में इन बीमारियों का हो सकते हैं शिकार
गर्मियों के दिनों में आमतौर पर पेट से संबंधित अनेक बीमारियां होती हैं. जैसे उल्टी, दस्त, पेचिश, डायरिया, अपचन, खट्टी डकार, एसिडिटी यानि गैस, कब्जियत, मिचली, पीलिया और टायफाइड, होने की संभावना बनी रहती है. इन रोगों का प्रमुख कारण बाजार और खुले में बिकने वाले दूषित पानी और खाने की चीजें होती हैं. इसलिए गर्मियों में इन सब चीजों का सेवन में करने से परहेज और सावधानी बरतनी चाहिए.


गर्मियों में इन चीजों के खानपान से बचें
रायपुर शासकीय आयुर्वेद कॉलेज के सह-प्राध्यापक डॉ. संजय शुक्ला ने बताया कि सामान्यतः लोग गर्मी के मौसम में बाजार में बिकने वाले गन्ना या अन्य फलों के रस, लस्सी, कुल्फी, नीबू की शिकंजी आदि का सेवन करते हैं. इन सब मे बर्फ मिला होता है. लेकिन कभी-कभी दूषित जल और सावधानियां नहीं बरतने और फलों के सड़े-गले होने के कारण पेट से संबंधित अनेक रोग पैदा हो सकते हैं. इन रोगों का मुख्य कारण खानपान ही है. इसलिए लोगों को गर्मियों के दौरान खानपान में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.


खानपान में इनका करे सेवन
गर्मियों के दौरान खाने में पुराने जौ, पुराने चांवल, खिचड़ी, मूंग की दाल, जौ गेहूं की रोटी, सत्तू, रायता, सब्जियों में चौलाई, करेला, बथुआ, मुनगा, परवल, भिंडी, तरोई, पुदीना, टमाटर, खीरा, ककड़ी, अदरक, प्याज, आंवला का मुरब्बा जैसी चीजों का खाने में सेवन करना चाहिए. इसके अलावा तरबूज, खरबूज, मौसंबी, संतरा, अनार, शहतूत, आंवला इत्यादि का प्रयोग लाभदायक है. इस सबके खानपान से गर्मियों के दौरान पेट संबंधी रोगों से बचा जा सकता है.


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