Janjgir-Champa News: मौसम खुलने के साथ प्रचंड गर्मी का दौर प्रारंभ हो गया है. भीषण गर्मी के साथ लू के थपेड़े चल रहे हैं. रात के समय 10 बजे तक गर्म हवाएं चल रही हैं. कूलर ने काम करना बंद कर दिया है, एसी भी फेल हो रहे हैं. हालातों को देखते हुए अभिभावक दो दिन बाद शुरू हो रहे शिक्षा सत्र को एक सप्ताह आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. बता दें कि राज्य शासन ने हर साल की परंपरा के अनुसार 16 जून से स्कूल खोलने का निर्णय लिया है. इसके लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी भी शुरू कर दी है. 


5 साल पहले तक 10 जून तक आ जाता था मॉनसून
छत्तीसगढ़ में मानसूनी बादलों के दाखिल होने की औसत तिथि 13 जून है जो 5 साल पहले तक 10 जून थी. यानी इस वक्त तक प्रदेश के कुछ जगह मानसूनी बारिश और अधिकांश जगह प्री मानसूनी बारिश होने लगती थी, लेकिन इस समय आलम ये है जिला सहित प्रदेश का अधिकांश हिस्सा लू की चपेट में हैं. जांजगीर में दोपहर का तापमान 45 डिर्गी के आसपास चल रहा है. दोपहर 11 से शाम 5 बजे तक सन बर्न जैसी स्थितियां निर्मित हो रही हैं.


'बारिश होने तक स्कूलों को बंद रखा जाए'
इसे देखते हुए अभिभावक सारिका संस्कार श्रीवास्तव, प्रतीक वर्मा, ओमप्रकाश वर्मा, दीपांजलि यादव, शेखर मिश्रा, उमाशंकर सोनी, राजीव जायसवाल, प्रशांत पंडा आदि ने शिक्षक और स्टूडेंट दोनों के लिए एमपी की तरह एक सप्ताह बाद से ही स्कूल खोलने की मांग मुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री को भेजी है. अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री के पर्सनल मोबाइल पर मैसेज भेजकर, व्हाट्सएप मैसेज भेजकर और ट्विटर के माध्यम से स्कूलों को एक सप्ताह और देरी से खोले की मांग की है. पालकों का मानना है कि सुबह के समय भी स्कूल का संचालन नहीं किया जा सकता क्योंकि स्कूल से वापसी तक तेज धूप हो जाएगी और सुबह 10 बजते ही गर्म हवाएं चलने लगती हैं ऐसे में मासूमों के झुलसने की स्थिति बन जाएगी, इसके कारण जब तक दो-तीन दिन अच्छी बारिश नहीं होती और तापमान सामान्य नहीं होता, तब तक स्कूलों का संचालन स्थगित रखा जाए.


स्वास्थ्य पर पड़ रहा विपरीत असर
भीषण गर्मी का असर लोगों के स्वास्थ्य पर सीधे तौर पर पड़ते दिख रहा है. लोग उल्टी, दस्त के साथ तेज बुखार से ग्रसित हो रहे हैं, साथ ही उनके मुंह में छाले की शिकायत भी सामने आ रही है. अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ गई है. उमस भरी गर्मी को देखते हुए डॉक्टरों ने भी आमजन से सावधानी बरतने की अपील की है. डॉक्टरों का कहना है कि तेज धूप में निकलने से बचने के साथ नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें और खाली पेट कभी ना रहें.


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