Chhattisgarh News: ईडी (ED) रेड के बाद बाद अब आईटी की टीम छत्तीसगढ़ में बड़े स्तर में सर्वे कर रही है. रायपुर में नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी मनोज सोनी के घर आईटी की टीम पिछले 15 घंटे से मौजूद है. इसके अलावा आईटी छत्तीसगढ़ के कई जिलों में राइस मिलर्स के ठिकानों पर भी पहुंची है. आईटी की इस कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ में फिर हड़कंप मच गया है.
दरअसल, मंगलवार रात करीब 9.00 बजे आईटी के अफसर सुरक्षा बल के साथ खुशी वाटिका में नागरिक आपूर्ति निगम के एमडी मनोज सोनी के घर पहुंचे. इसके बाद रात को 2.00 बजे के आस-पास अफसर वापस गए. लेकिन घर में सुरक्षा बल तब भी तैनात रही. वहीं, आज, 19 जुलाई की सुबह आईटी के अफसर फिर मनोज सोनी के घर पहुंचे हैं. घर के बाहर सुरक्षा बल की टीम किसी को आने जाने नहीं दे रही. जानकारी के मुताबिक, आईटी के अफसर 3 गाड़ियों में मनोज सोनी के घर पहुंची है.
इन जिलों में भी आयकर विभाग की टीम पहुंची
इसके अलावा ये भी जानकारी है कि दुर्ग, महासमुंद, बिलासपुर धमतरी और खरोरा में राइस मिलरों के ठिकानों पर आईटी की टीम ने दबिश दी है. इसमें धमतरी के 3 राइस मिल मालिकों के यहां आयकर विभाग की टीम पहुंची है.यहां आईटी के दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी अलग अलग जगहों पर सर्वे कर रहे है. जानकारी के अनुसार राइस मिल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र लुंकड़, अजय बरडिया, रोशन चंद्रकर के घर के साथ राइस मिल में आईटी की टीम सुरक्षा बल के साथ पहुंची है.
वहीं महासमुंद में पारस चोपड़ा के यहा आईटी की सर्वे टीम ने दबिश दी है. हालाकि हालाकि इस मामले में अबतक ईडी की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं है.
500 करोड़ के कोयला घोटाले से शुरू हुई है ईडी की कार्रवाई
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में चुनावी साल में सेंट्रल एजेंसियों की तरफ से लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले साल अक्टूबर महीने में ईडी ने बड़ी करवाई की थी. इसके अनुसार कोयला ट्रांसपोर्टिंग मामले में 500 करोड़ रुपये गड़बड़ी का खुलासा करते है. कई बड़े अफसरों का नाम सामने आया. इसमें सस्पेंड आईएएस समीर विश्नोई, मुख्यमंत्री सचिवालय में पदस्थ अफसर सौम्या चौरसिया, कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी सहित 9 अभयुक्तों को ईडी ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
ईडी ने शराब में 2 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया
इसके बाद चुनावी साल यानी 2023 की शुरुआत होने के साथ ईडी ने शराब में 2 हजार करोड़ रुपये के घोटाले का खुलासा किया. इस मामले में ईडी ने कांग्रेस की महापौर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर को गिरफ्तार किया. इसके साथ अफसर एपी त्रिपाठी, नितेश पुरोहित, त्रिलोक सिंह ढिल्लों को गिरफ्तार का जेल भेज दिया है. वहीं ईडी ने कतिथ शराब घोटाले में 180 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच कर दिया है. इसमें आईएएस अनिल टुटेजा सहित 14 लोगों के नाम शामिल है.हालाकि ईडी के शराब घोटाले मामले में मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगाई है.
छत्तीसगढ़ में सेंट्रल एजेंसियों की कार्रवाई पर सियासत तेज
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले है. इससे पहले लगातार ईडी का एक्शन बढ़ने को कांग्रेस पार्टी राजनीतिक षड्यंत्र बता रही है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कई बार कह चुके है की बीजेपी राजनीतिक लड़ाई लड़ नहीं पा रही है. इसलिए ईडी आईटी को सामने खड़े कर सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही है.
वहीं बीजेपी ने भी ये तय कर लिया है घोटाले के मामले ही बीजेपी कांग्रेस सरकार को घेरने वाली है. क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रायपुर में ही भ्रष्टाचार पर कड़ी कार्रवाई करने की गारंटी दे कर गए है. उन्होंने भ्रष्टाचारियों को चेतावनी देते हुए कहा था कि कान खोलकर सुन लें कोई भ्रष्टाचारी नहीं बचेगा.
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