नक्सलियों के गढ़ में बिना खौफ के तिंरगा रैली में शामिल हुए ग्रामीण, दिखा जबरदस्त उत्साह
Independence Day 2024: सुकमा जिले में नक्सलियों के खौफ के साए में जीने वाला ग्रामीण बिना डरे जी रहे हैं. सीआरपीएफ जवानों के कैंप स्थापित होने के बाद अब ग्रामीण भी तिंरगा लहराकर फर्क महसूस कर रहे हैं.
Independence Day 2024: इस बार 15 अगस्त को देश को आजादी मिले 78 साल हो जाएंगे. जिसको लेकर पूरे देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. पूरे देश में तिरंगा रैली निकाली जा रही है. बीती 11 अगस्त से हर घर तिरंगा, घर-घर तिरंगा अभियान भी चलाया जा रहा है. इस अभियान को लेकर छत्तीसगढ़ के नक्सलगढ़ के ग्रामीणों और बच्चों में भी काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.
कभी नक्सली खौफ के चलते तिरंगा लहराने से डरने वाले ग्रामीण सीआरपीएफ जवानों के साथ न सिर्फ हाथ में तिरंगा झंडा लेकर गांव में रैली निकाल रहे हैं, बल्कि भारत माता का जयकारा भी लगा रहे हैं. करीब 4 दशकों के बाद बिना नक्सली खौफ के ग्रामीण स्कूली बच्चों, जवानों के साथ तिरंगा लहरा कर बाइक रैली निकालते दिखे.
CRPF जवानों ने निकाली तिरंगा रैली
सुकमा जिले के सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन के कैंप मुख्यालय के सबरीनगर सुकमा से रामाराम तक तिरंगा रैली निकाली गई. सीआरपीएफ के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि इस साल स्वतंत्रता दिवस 2024 की आधिकारिक थीम विकसित भारत है उसी क्रम में इस रैली का सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन के अधिकारियों और जवानों द्वारा भव्य रूप से आयोजन किया गया. इस रैली का मुख्य उद्देश्य सुकमा जिले के सबरीनगर और रामाराम के ग्रामीणों को जागरूक करना और हर घर तिरंगा अभियान को जन-जन तक पहुंचाना था.
नक्सलगढ़ में जवानो ने निकाली तिरंगा बाईक रैली
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि नक्सली 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस को काला दिवस के रूप में मनाते हैं. ऐसे में उन्होंने कभी गांव में तिरंगा लहराते नहीं देखा, लेकिन अब जवानों के यहां कैंप स्थापित होने के बाद एक नई जिंदगी उन्हें मिली है अब वो बिना डर के अपना राष्ट्रीय पर्व मना सकते हैं. वही ग्रामीण अब अपने घरों में भी तिरंगा लगाने की तैयारी कर रहे हैं.
CRPF के तिरंगा अभियान को लेकर ग्रामीणों में दिखा उत्साह
सुकमा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र सबरीनगर में स्थित सीआरपीएफ सेकेंड बटालियन के कमांडेट रति कांत बेहरा और डिप्टी कमांडेंट पवन कुमार ने बताया कि पहले इस गांव के ग्रामीण जवानों से डरते थे और नक्सलियों का साथ देते थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से सीआरपीएफ के द्वारा चलाए गए कम्युनिटी पुलिसिंग कार्यक्रम और नक्सलियों के खिलाफ चलाए गए एंटी नक्सल ऑपरेशन की सफलता बाद ग्रामीणों में नक्सलियों का भय दूर हुआ है. पुलिस के प्रति ग्रामीणों का विश्वास भी बढ़ा है. जिसकी वजह से आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा घर-घर तिरंगा अभियान को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है. सीआरपीएफ जवानों की सुरक्षा के साए में इस बार भी शान से तिरंगा लहराएगा.
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