Indian Railway Tourist Train: वैसे तो पूरा भारतवर्ष प्राकृतिक खूबसूरती से भरा पड़ा है, लेकिन टूरिस्ट विशेष रूप से खूबसूरत हरी-भरी वादियों से भरपूर आंध्र प्रदेश, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ के प्राकृतिक जगहों को देखने के लिए लालायित रहते हैं. इसी को देखते भारतीय रेलवे ने बस्तर से होकर गुजरने वाली के.के रेल मार्ग में विस्टाडोम कोच के साथ टूरिस्ट ट्रेन दौड़ाने की तैयारी कर रहा है. जिसके तहत आंध्र प्रदेश के अरकू और बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रेल प्रशासन छत्तीसगढ़ के किरन्दुल से विशाखापट्टनम तक विस्टाडोम कोच की सौगात देने वाला है.
यह टूरिस्ट ट्रेन आने वाले मार्च से अप्रैल महीने में विशाखापट्टनम से दंतेवाड़ा जिले के किरंदुल तक चलेगी. इस रूट की दूरी लगभग 480 किलोमीटर है, रेल मार्ग का यह सफर पर्यटकों के लिए काफी रोमांचक भरा होगा. मंगलवार को बस्तर दौरे पर पहुंचे ईस्ट कोस्ट रेलवे के सीनियर डीविजनल रेलवे मैनेजर अनूप सतपति ने इसकी जानकारी दी. इस दौरान अनूप सतपति खुद विस्टाडोम कोच में पहुंचे और उन्होंने इस ट्रेन की खासियत बताई. इस मौके पर उन्होंने कहा कि, "जल्द ही विस्टाडोम कोच लगी ट्रेन का परिचालन विशाखापटनम से किरंदुल तक शुरू कर दिया जाएगा."
विस्टाडोम कोच की यह होंगी विशेषताएं
हम आपको बता दें, बस्तर में इसी के.के रेल लाइन से होकर पूर्वोत्तर भारत से काफी बड़ी संख्या में पर्यटक बस्तर आते है. रेलवे ने इस नवनिर्मित विस्टाडोम कोच को पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. 180 डिग्री पर घूमने वाली कुर्सियां, पारदर्शी छत, बड़ी खिड़कियां और रेल लाइन के खूबसूरत नजारे पर्यटकों को आकर्षित और रोमांचित करेंगे.
इस ट्रेन में वाईफाई (Wi-Fi) युक्त पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम, ऑटोमेटिक और बड़े स्लाइडिंग दरवाजे टूरिस्टों को उनके सफर को आसान और सुखद बनाएंगे. वहीं इस संबंध में डीआरएम ने बताया कि, "इस विस्टाडोम ट्रेन के एक कोच में कुल 44 कुर्सियां होगी और जो यात्रियों के सफर को आरामदायक बनाएगा. उन्होंने आगे कहा, "विस्टाडोम कोच की शुरुआत पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ही की जा रही है."
के.के रेल लाइन में उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में अनंतगिरी घाट का 189 किलोमीटर का क्षेत्र काफी खूबसूरत है. यहां ट्रेन 56 सुरंग रेलरूट से होकर गुजरेगी. गौरतलब है कि 4 साल पहले जब इस ट्रेन को ट्रायल बेस पर किरंदुल से विशाखापट्टनम तक चलाया गया था, उससे काफी अच्छा रिस्पांस मिला था. हालांकि कोरोना काल की वजह से विस्टाडोम ट्रेन के परिचालन पर कोई फैसला नहीं लिया गया, लेकिन अब पूरे देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी के बाद बस्तर में टूरिज्म को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आने वाले 2 महीने में इस विस्टाडोम ट्रेन की शुरुआत की जाएगी.
5 कोच होगा उपलब्ध
इस टूरिस्ट ट्रेन को लेकर रेलवे DRM अनूप सतपति ने बताया कि, :"इस ट्रेन के कोच का निर्माण चेन्नई स्थित कोच फैक्ट्री में किया गया है. इस साल मार्च महीने तक वाल्टेयर रेल मंडल को 5 कोच उपलब्ध कराने की सूचना रेल मंत्रालय ने दी है. डीआरएम सतपति ने कहा कि, "फिलहाल छत्तीसगढ़ के किरन्दुल से विशाखापट्टनम तक विस्टाडोम ट्रेन चलाने की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. आने वाले मार्च महीने से इस ट्रेन का परिचालन हर रोज हो सकेगा.
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