Indian Railways: रेलवे की तरफ से ऐसे खबर आई है जो बस्तवासियों को निराश कर सकती है. विस्टाडोम कोच लगी ट्रेन बस्तर तक नहीं चलेगी. लंबे समय से बस्तरवासी विस्टाडोम कोच को बस्तर तक बढ़ाने की मांग करते आ रहे थे. बस्तर से विशाखापट्टनम रेल मार्ग पर घाटियों और वादियों का आनंद लेने की चाहत रखने वालों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है. हाल ही में विस्टाडोम कोच के साथ रेलवे डीआरएम अनूप सतपथी बस्तर पहुंचे थे. उन्होंने आश्वासन दिया था कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही सुविधा बस्तर को भी मिलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.


विशाखापट्टनम से अरकू तक ही सुविधा


गौरतलब है कि ईस्ट कोस्ट रेलवे ने पैसेंजर के साथ एक और विस्टाडोम कोच जोड़ने का फैसला लिया है, लेकिन सुविधा का विस्तार नहीं किया है. अब ट्रेन की सुविधा यात्रियों को सिर्फ विशाखापट्टनम से अरकू तक ही मिलेगी. जानकारी के मुताबिक बस्तर में पहली बार विस्टाडोम कोच के साथ पर्यटक ट्रेन दौड़ी थी. अप्रैल 2017 में शुरू होने के बाद से ही बस्तरवासी सुविधा का विस्तार करने की मांग कर रहे हैं ताकि खूबसूरत घाटियों और हरी भरी वादियों से भरपूर आंध्रप्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ की प्राकृतिक सौंदर्य को निहार सकें.


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लगभग 463 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर विस्टाडोम कोच का विस्तार करने की बात रेल प्रशासन हमेशा से करते आया है. लेकिन 5 साल बीतने के बावजूद अब तक बस्तरवासियों की मांग पूरी नहीं हुई. रेलवे डीआरएम अनूप सतपथी का कहना है कि विस्टाडोम कोच का निर्माण चेन्नई की फैक्ट्री में चल रहा है. इस साल तक वाल्टेयर रेलमंडल को 5 कोच उपलब्ध कराने की सूचना रेल मंत्रालय ने दी है. बावजूद इसके बस्तर को सुविधा मिलने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं. लगातार वादे के बाद भी रेल प्रशासन बस्तरवासियों को छलने का काम कर रहा है. जानकारी के मुताबिक 5 डिब्बों की पर्यटक ट्रेन विशाखापट्टनम से अरकू तक ही चलाने की योजना है.


ये है विस्टाडोम कोच की खासियत


बस्तर में पूर्वोत्तर भारत से काफी पर्यटक आते हैं. विस्टाडोम कोच पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखकर बनाया गया है. 180 डिग्री पर घूमने वाली कुर्सियां, पारदर्शी छत, बड़ी खिड़कियां और रेल लाइन के खूबसूरत नजारे पर्यटकों को आकर्षित करेंगे. वाई-फाई युक्त पैसेंजर इनफार्मेशन सिस्टम, ऑटोमेटिक और बड़े स्लाइडिंग दरवाजे सफर को सुखद बनाएंगे और एक कोच में लगभग 44 कुर्सियां होंगी. सुविधा विशाखापट्टनम-किरंदुल ट्रेन में 16 से 17अप्रैल तक मिल सकेगी. लेकिन कुल मिलाकर एक बार फिर से रेल प्रशासन ने बस्तर वासियों को विस्टाडोम की सौगात देने के नाम पर वादा खिलाफी की है. 


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