CM Bhupesh Baghel: अंतरराष्ट्रीय श्रम दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने श्रमिकों के लिए बड़ी घोषणा की है. काम के दौरान होने वाले हादसे से परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाएगी. राज्य सरकार ने 4 लाख रुपए तक सहायता राशि बढ़ाने की घोषणा कर दी है. इससे श्रमिकों आर्थिक रूप से बड़ी राहत मिल सकती है. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार (01 मई ) को रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में आयोजित श्रम सम्मेलन के अवसर पर की है.
4 लाख रुपए तक बढ़ाए गए सहायता राशि
दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा के अनुसार कार्यस्थल पर दुर्घटना मृत्यु में रजिस्टर्ड निर्माण श्रमिकों के परिजनों को मिलने वाली सहायता राशि एक लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए कर दी गइ है. इसके साथ ही परमानेंट विकलांगता की स्थिति में श्रमिकों मिले रहे सहायता राशि में 2 लाख रुपए बढ़ाया गया है. अब इसमें ढाई लाख रुपए सहायता राशि मिलेगी. इसके अलावा बिना रजिस्ट्रेशन वाले श्रमिकों को भी कार्यस्थल पर दुर्घटना से मौत होने पर एक लाख रुपए की सहायता प्रदान की जाएगी.
फ्री में कर सकते हैं बस और ट्रेन में सफर
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री निर्माण मजदूर मंथली सीजन टिकट कार्ड योजना की घोषणा की है. जरिए जो पंजीकृत निर्माण श्रमिक अपने घर से रेल और बस से कार्यस्थल तक यात्रा करते हैं. उनके लिए मासिक टिकट कार्ड एमएसटी जारी किया जाएगा. यह कार्ड 50 किमी तक की यात्रा के लिए हो सकेगा. इसका संपूर्ण व्यय छत्तीसगढ़ भवन और अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल वहन करेगा. इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक सहायता योजना की घोषणा भी की है. इसके अंतर्गत निर्माण श्रमिकों को नए आवास निर्माण और खरीदी के लिए 50 हजार रुपए का अनुदान दिया जाएगा.
इलाज के लिए अलग से मिलेगा 20 हजार रुपए
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक दीर्घायु सहायता योजना की घोषणा भी उन्होंने की है. इसमें हार्ट सर्जरी, लीवर ट्रांसप्लांट, किडनी ट्रांसप्लांट, न्यूरो सर्जरी, रीढ़ की हड्डी की सर्जरी, पैर के घुटने की सर्जरी, कैंसर, लकवा जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में शासन की स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं के अलावा भी 20 हजार रुपए का अनुदान निर्माणी श्रमिकों को मिलेगा.
टोल फ्री नंबर में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया पहला कॉल
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर श्रमिकों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया. टोल फ्री नंबर 07713505050 पर काल कर श्रमिक श्रम विभाग की योजनाओं की जानकारी ले सकते हैं और अपनी समस्याएं भी रख सकते हैं. श्रमिक सहायता केंद्र के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री ने वीसी से पहला फोन किया. मुख्यमंत्री ने फोन से पूछा. मैं मुख्यमंत्री हंव छत्तीसगढ़ के, बताव कार्ड कइसे बनिहि श्रमिक मन के. उधर से जवाब दिया गया. फिर मुख्यमंत्री ने एक और सवाल पूछा कि इससे क्या क्या लाभ मिलेगा. फिर विस्तार से जानकारी उन्हें दी गई.
ये भी पढ़ें: छत्तीसगढ़: घर के बाहर खड़े रहे बीजेपी नेता, फोन स्विच ऑफ कर नंदकुमार साय चले गए कांग्रेस; कितना बड़ा झटका?