Chhattisgarh: शादी से लिफाफों से भरा बैग पार करने वाले गैंग का पर्दाफाश, मासूम बच्चों का लेते थे सहारा
Ambikapur: सरगुजा पुलिस विभाग के एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने कहा कि आरोपियों के पास से कुल 29 हज़ार रुपए, 5 मोबाइल फ़ोन और घटना में प्रयुक्त स्विफ़्ट कार भी बरामद की है.
Ambikapur News: शादी सामारोह में अगर आप अपने रिश्तेदारों को नेग देने के लिए या फिर शादी में आए व्यवहार वाले लिफाफे संभालकर नहीं रखेंगे तो फिर हो सकता है कि आपके लिफ़ाफ़े और बैग में रखा कैश पलक झपकते ही ग़ायब हो जाए. अम्बिकापुर पुलिस ने ऐसे ही उठाईगीरों के एक गैंग का पर्दाफ़ाश किया है. जो छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों की शादी सामारोह में पहुंचता था और फिर पलक झपकते ही लाखों रुपए लेकर फ़रार हो जाता था. मामले का खुलासा शहर में आयोजित कांग्रेस नेता के बेटे की शादी सामारोह में ऐसी ही एक घटना के बाद हुआ है. पुलिस ने इस अंतर्राज्यीय गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है.
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
जानकारी के अनुसार बीती पांच तारीख़ को शहर के कांग्रेसी नेता और टिंबर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव अग्रवाल के बेटे की शादी का सामारोह चल रहा था. शाम को होने वाले मुख्य सामारोह से पहले दोपहर में रिश्तेदारों का आना शुरू हो गया था. अग्रवाल समाज के रिवाज के हिसाब से शादी में आने वाले नात रिश्तेदारों के आगमन पर उनका तिलक कर नेग दिया जाता है. ऐसे में इस नेग की रस्म शुरू ही हुई थी कि कुछ देर में हज़ारों रुपयों से भरा बैग नेग देने वाले स्थान से ग़ायब हो गया. इसके बाद बैग की घर वालों ने खूब खोजबीन की लेकिन कुछ पता नहीं चला. बाद में जब पास में लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया तो एक नाबालिग नेग वाला बैग लेकर जाता हुआ दिखा जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी की तलाश शुरू की. बेटे के पिता राजीव अग्रवाल के मुताबिक ग़ायब हुए बैग में 1 लाख 75 हज़ार से ज़्यादा रक़म थी.
मामले को लेकर क्या बोली पुलिस
सरगुजा पुलिस विभाग के एडिशनल एसपी विवेक शुक्ला ने मामले का खुलासा करते हुए कि 5 मई को शहर के एक परपल आर्चिड होटल में एक शादी सामारोह था जिसमें एक उठाईगिरी की घटना सामने आई थी, जिसके आधार पर आईपीसी की धारा 457, 380 के तहत अपराध दर्ज किया गया था. इस मामले को लेकर सीएसपी, साईबर सेल के डीएसपी और मणिपुर थाना प्रभारी की अगुवाई में एक टीम बनाई गई थी जिसमें इस तरह के उठाईगिरी करने वालों की खोजबीन की जा रही थी. इसी दौरान पुलिस को कुछ महत्त्वपूर्ण साक्ष्य मिले जिसके आधार पर एक विशेष टीम उत्तर प्रदेश के लिए रवाना हुई जहां से आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है. तीन आरोपियों के साथ एक नाबालिग बच्चे को भी पकड़ा गया है. एएसपी ने बताया कि आरोपियों के पास से कुल 29 हज़ार रुपए, 5 मोबाइल फ़ोन और घटना में प्रयुक्त स्विफ़्ट कार भी बरामद की है.
बच्चे से कराते थे उठाईगिरी का काम
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक़ पकड़े गए आरोपी एक छोटे बच्चे से इस तरह की घटना को कराते थे. बच्चा भीड़ में घुसकर बैग पार कर आरोपियों को लाकर देता था. इस घटना में भी वहीं अपचारी बालक सीसीटीवी में बैग उठाए नज़र आया था. पुलिस के मुताबिक़ पकड़े गए गिरोह के सदस्यों ने अन्य राज्यों में भी ऐसी घटना करना क़बूल किया है जिसमें महाराष्ट्र के नागपुर और मध्य प्रदेश के कई शहर शामिल है. कुल मिलाकर सरगुजा पुलिस को एक अलग क़िस्म के उठाईगिरी गैंग को पकड़ने में सफलता मिली है.
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