Bastar News: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में सिटी कोतवाली परिसर में ट्रेनी आईपीएस अधिकारी और कांग्रेस के नेताओं के बीच हुई मारपीट की घटना का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस के नेताओं ने ट्रेनी आईपीएस की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी कर दी है, जिसके बाद बस्तर एसपी ने इस पूरी मारपीट की घटना की जांच रिपोर्ट 3 दिनों में देने की बात कही है. घटना की जांच के लिए बस्तर एसपी ने एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल को जांच अधिकारी बनाया है और अब सभी को जांच रिपोर्ट का इंतजार है.


खंगाली जा रही सीसीटीवी फुटेज
बताया जा रहा है कि घटना के वक्त के सीसीटीवी फुटेज देखने के साथ प्रत्यक्षदर्शियों का भी बयान लिया जा रहा है, इसके आधार पर ही जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है. वहीं आईपीएस अधिकारी की शिकायत मुख्यमंत्री से करने से आगे की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस के साथ-साथ पुलिस महकमे और आमजन की निगाहें भी राजधानी रायपुर पर टिकी हुई हैं.


कोतवाली परिसर में की थी मारपीट 
दरअसल मंगलवार की दोपहर सिटी कोतवाली में यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव और सांसद प्रतिनिधि सुशील मौर्य और यूथ कांग्रेस के नेता महेश द्विवेदी और ट्रेनी आईपीएस विकास कुमार के बीच मारपीट की घटना हुई थी, इसमें आईपीएस अधिकारी ने कोतवाली परिसर में युवा कांग्रेस के नेता महेश द्विवेदी को गुटखा खाने पर लात मार दी थी. वहीं द्विवेदी के बचाव में आए सांसद सुशील मौर्य को भी तमाचा जड़ दिया था, इस घटना के बाद मामला गरमाया और यूथ कांग्रेस के साथ वरिष्ठ कांग्रेसियों ने आईपीएस अधिकारी पर कार्रवाई की मांग को लेकर कोतवाली में जमकर हंगामा मचाया.


कांग्रेस ने की आईपीएस अधिकारी को हटाने की मांग
इस दौरान जगदलपुर के विधायक रेखचंद जैन और इंद्रावती विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष राजीव शर्मा ने बस्तर एसपी से मिलकर घटना के संबंध में चर्चा की और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की. बस्तर एसपी जितेंद्र सिंह मीणा ने तत्काल एडिशनल एसपी निवेदिता पॉल को अधिकृत किया और जांच के लिए 3 दिनों का समय दिया गया, इधर जगदलपुर विधायक ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी आईपीएस अधिकारी की शिकायत की है. वहीं यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता लगातार आईपीएस अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं.


सांसद ने बस्तर एसपी से की निष्पक्ष जांच की मांग
वहीं बस्तर सांसद दीपक बैज ने भी इस घटना को काफी निंदनीय बताते हुए इसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार करने की बात कही है, सांसद ने कहा कि एक जिम्मेदार अधिकारी को हाथ नहीं उठाना चाहिए था, बल्कि बिगड़ती स्थिति को संभालना चाहिए था, सांसद ने कहा कि युवा कांग्रेसियों द्वारा जो शिकायत दर्ज करवाई गई है उसकी निष्पक्ष जांच की उम्मीद है ताकि सारे तथ्य सामने आ सकें कि आखिर किस वजह से आईपीएस अधिकारी ने युवा कांग्रेसी नेताओं पर हाथ उठाया, इधर एडिशनल एसपी ने बताया कि कांग्रेसी नेताओं और सीएसपी के बीच हुए विवाद के मामले की जांच चल रही है, जांच में सभी बिंदुओं को लिया जा रहा है. जांच पूरी होने पर  इसकी रिपोर्ट बस्तर एसपी को सौंपी जाएगी.


यह भी पढ़ें:


Chhattisgarh: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद छत्तीसगढ़ में भर्ती प्रक्रिया शुरू, स्टेट पावर ट्रांसमिशन कंपनी में निकली नौकरी