Raipur News: जाति प्रमाण और निवास प्रमाण पत्र सरकारी काम काज और स्कूल में पढ़ाई के दौरान महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से हैं. इन दस्तावेजों को बनवाने के लिए अभिभावकों को सरकारी दफ्तरों में चक्कर काटने पड़ते हैं. लेकिन अब अभिभावकों को इन दस्तावेजों को बनवाने के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने होंगे. राज्य सरकार के नए फैसले के अनुसार अब  राज्य के सभी सरकारी-निजी और केंद्रीय बोर्ड के स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के प्रमाण पत्र स्कूल में ही बनाए जाएंगे.


स्कूल में ही बनाए जाएंगे जाति और निवास प्रमाण पत्र
दरअसल राज्य सरकार के निर्देश पर स्कूल शिक्षा विभाग और राजस्व विभाग की संयुक्त पहल में ये निर्णय लिया गया है, जिसके मुताबिक अब स्कूलों में निर्धारित समय में शिविर लगाए जाएंगे और बच्चों के स्थायी जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र तैयार किए  जाएंगे. हालांकि यह सुविधा 6वीं से 12वीं तक के बच्चों को ही मिलेगी.


सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी
राज्य सरकार की ओर से इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं. कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि विद्यार्थियों के स्थायी जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र तैयार करने के लिए विशेष शिविर का आयोजन लगातार जारी रखा जाए और छात्रों को स्थायी जाति और निवास प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाना सुनिश्चित कराया जाए.


सरकार के पास आई थी शिकायत
गौरतलब है की लगातार प्रमाण पत्र बनाने में आ रही कठिनाइयों की शिकायत राज्य सरकार के पास पहुंची थी. शिकायतों में कहा गया था कि स्कूलों में पढ़ रहे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण और निवास प्रमाण पत्र समय पर प्राप्त होने में कठिनाई हो रही है, जिसके कारण इन विद्यार्थियों को उच्च कक्षाओं में शिक्षा के लिए दाखिला लेने और शासकीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए आवेदन भरने में दिक्कत आ रही है.


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