Chhattisgarh 14 Year old Child Suicide: छत्तीसगढ़ के जगदलपुर शहर में 14 साल के बच्चे को मोबाइल में गेम खेलते रोकना परिवार वालों को भारी पड़ गया. मोबाइल छीनने और गेम खेलने से रोकने पर नाराज बच्चे ने इंद्रावती नदी में कूदकर अपनी जान दे दी. परिजनों ने एक दिन पहले बच्चों की गुमशुदगी की रिपोर्ट कोतवाली में दर्ज कराई थी, जिसके बाद इंद्रावती नदी के डोंगाघाट में बच्चे के शव को देखा गया और इसकी पहचान गुम हुए बच्चे अभिनव के रूप में की गई.
बताया जा रहा है कि 10 दिन पहले ही अभिनव अपनी मां के साथ उत्तर प्रदेश के बनारस के मुगलसराय से जगदलपुर अपने नाना घर वापस लौटा हुआ था. मोबाइल की लत की वजह से वो हर वक्त फ्री फायर गेम खेलता रहता था. इसी लत को छुड़ाने के लिए बच्चे की मां उसे वापस जगदलपुर अपने पिता और बच्चे के नाना के घर लेकर आयी थी, लेकिन वो यहां भी नहीं सुधरा.
मोबाइल गेम खेलने से रोकने पर बच्चे ने की खुदकुशी
परिजनों ने जब अभिनव को गेम खेलते देखा और मोबाइल छीना तो इसके बाद उसने बड़ा कदम उठा लिया. परिजनों के मुताबिक इससे पहले भी अभिनव ने मुगलसराय में भी नदी में कूदकर जान देने की धमकी दी थी, लेकिन परिजनों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. लेकिन आखिरकार मोबाइल के लिए बच्चे ने इंद्रावती में कूदकर अपनी जान दे दी. इस घटना के बाद पूरे परिवार में मातम छाया हुआ है.
इंद्रावती नदी में डोंगाघाट तट पर मिली लाश
जगदलपुर सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी सुरेश जांगड़े ने जानकारी देते हुए बताया कि लालबाग निवासी रामदुलारे की बेटी कुसुम अपने 14 साल के बेटे अभिनव को फ्री फायर गेम खेलते देखा और उसे गेम खेलने से मना करते हुए मोबाइल छीन लिया, जिससे नाराज अभिनव घर से निकल गया और देर रात तक नहीं लौटने पर परिजनों ने उसे ढूंढना शुरू किया. गुम होने की शिकायत थाने में भी दर्ज करवाई.
इसके बाद इंद्रावती नदी के डोंगाघाट में नदी तट पर एक लाश देखी गई. जिसके बाद इसकी सूचना पुलिस को दी गई. शव अभिनव का ही निकला और परिवार में मातम छा गया. बताया जा रहा है कि अभिनव आठवीं क्लास का छात्र था. परिजनों ने उससे मोबाइल छीनी तो उसने आत्महत्या करने की ठान ली थी. अभिनव ने सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें उसने खुद के जाने और आगे किसी को दोबारा परेशान नहीं करने की बात लिखी है.
मोबाइल की लत छुड़ाने जगदलपुर लेकर पहुंची थी मां
परिजनों के मुताबिक अभिनव को मोबाइल में गेम खेलने के लत से परिवार वाले काफी परेशान थे. अभिनव पहले जगदलपुर में ही रहता था, इसके बाद कुछ समय से उसकी मां कुसुम उसे बनारस के मुगलसराय लेकर चली गई थी. यहां भी वह दिन भर वह मोबाइल में गेम ही खेला करता था. मोबाइल को लेकर परिवार के सदस्य नाराजगी जाहिर करते रहे. एक बार पहले भी वह घर छोड़कर भाग गया था और सुसाइड की कोशिश भी की थी.
गेम खेलने के लत छुड़ाने के लिए मां उसे वापस जगदलपुर अपने पिता के घर ले आई, वही अभिनव को आये 10 दिन हुए इसके बाद अभिनव ने यहां भी मोबाइल से गेम खेलना शुरू कर दिया. गेम खेलने से मना करने पर नाराज होकर नदी में छलांग लगा दी.
बच्चों में मोबाइल की लत पर क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मेडिकल कॉलेज डिमरापाल के चाइल्ड स्पेशलिस्ट डॉ अनुरूप साहू का कहना है कि खासकर बच्चों के मामले में मोबाइल गेम के लत को लेकर पूरी सावधानी बरतनी जरूरी है. यदि बच्चे हो या बड़े किसी लत के शिकार हो गए तो उसे अचानक से छुड़वाना नुकसान दायक होता है. वर्तमान में दिनचर्या ऐसी हो गई है कि बच्चे अलग-अलग गैजेट्स के लत के शिकार हो रहे हैं. बच्चे वही करते हैं जो घर परिवार में बड़ों को करते देखते हैं.
वर्तमान में बच्चों का मोबाइल से चिपका होना एक बड़ी परेशानी है. ऐसे में घर पर बड़े भी मोबाइल चलाने के लिए कुछ नियम बनाएं घर पर जाने के बाद जब तक बेहद जरूरी नहीं हो मोबाइल का उपयोग न करें. बड़े इस नियम का पालन करेंगे तो बच्चे भी ऐसा ही करेंगें.
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