Raipur News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी में फूट पड़ गया है. विधानसभा में विधायक दल के नेता धर्मजीत सिंह (Dharmjeet Singh Thakur) को पार्टी से छह साल के लिए निकाल दिया गया है. इसके लिए जोगी कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखित में पत्र सौंप दिया है. इसके बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति उथल पुथल मच गया है. जोगी कांग्रेस ने पार्टी को तोड़ने के लिए बीजेपी पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है.
धर्मजीत सिंह को पार्टी से निकाला गया
दरअसल रविवार को जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की कोर कमेटी ने धर्मजीत सिंह को छह साल के लिए पार्टी से निकालने का फैसला किया है. इसका अंतिम निर्णय पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी पर छोड़ दिया गया है. वहीं धर्मजीत सिंह को पार्टी से निकालना जोगी कांग्रेस के लिए बड़ा झटका लगा है. क्योंकि पांच सीटों के साथ 2018 विधानसभा चुनाव जीतने वाली पार्टी के दो विधायकों का निधन हो गया है और एक को पार्टी से निकाल दिया गया. वर्तमान स्थिति में प्रमोद शर्मा और रेनू जोगी पार्टी के तरफ से विधायक बचे है. वहीं ये कयास लगाए जा रहे है की धर्मजीत सिंह और प्रमोद शर्मा बीजेपी में शामिल हो सकते है. शायद यही वजह है की जोगी कांग्रेस ने धर्मजीत सिंह को पार्टी से ही निकाल दिया है.
दूसरे पार्टी से संपर्क
जोगी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी का कहना है कि अत्यंत ही दुःखी मन से एक ऐतिहासिक निर्णय लिया है. अपनी ही पार्टी के विधायक दल के नेता वरिष्ठ विधायक ठाकुर धर्मजीत सिंह पर अनुसूचित जाति, जनजाति, गरीब अति पिछड़ा वर्ग समाज की उपेक्षा सहित स्व. अजीत जोगी के सिद्धांतों के खिलाफ कार्य करने के कारण पार्टी से निष्कासित करते हुए अंतिम निर्णय पार्टी सुप्रीमो डॉ. रेणु जोगी पर छोड़ दिया है. विधायक धर्मजीत सिंह को पार्टी संस्थापक स्व. अजीत जोगी ने बहुत ही विश्वास के साथ पार्टी विधायक दल का नेता बनाया था. पिछले एक साल से धर्मजीत सिंह के खिलाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा शिकायत की जा रही है.
पिछड़े वर्ग की उपेक्षा की
दरअसल कार्यकर्ताओं ने कहा है कि जेसीसीजे के लोरमी विधानसभा से विधायक धर्मजीत सिंह अनुसूचित जाति, जनजाति, गरीब पिछड़ा वर्ग से संबंधित पार्टी के स्थानीय कार्यकर्ताओं और लोगों को दरकिनार कर लगातार उनकी उपेक्षा कर रहे हैं और एक वर्ग विशेष के लोगों को ही महत्व दे रहे हैं. धर्मजीत सिंह लगातार अन्य दल के संपर्क में रहकर अपने निजी स्वार्थ का ताना बाना बुनने में लगे रहे है. इस तरह की गतिविधियों को लेकर पहले भी पार्टी नेतृत्व की तरफ से उनसे चर्चा की गई थी लेकिन उनके आचरण और विचार में कोई बदलाव नहीं आया है.
बीजेपी पर आरोप
जोगी कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता भगवानु नायक ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता यह जानती है कि विधायक धर्मजीत सिंह को 2018 के चुनावों में जीत स्वर्गीय अजीत जोगी के नाम और काम की बदौलत मिली थी. उन्होंने स्व अजीत जोगी के समाजिक न्याय और छत्तीसगढ़ प्रथम के सिद्धांतों के खिलाफ काम किया है. यह भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय षड़यंत्र का परिणाम है, इसके अंतर्गत देश के सभी क्षेत्रीय दलों को एक-एक कर नष्ट करने की योजना पर काम किया जा रहा है.