छत्तीसगढ़ के पहले CM की पार्टी अब होगी कांग्रेस का हिस्सा? अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने की विलय की मांग
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी अपनी पार्टी जोगी कांग्रेस (जे) का विलय कांग्रेस में करना चाहती हैं. उनका मानना है कि जेसीसी(जे) की विचारधारा कांग्रेस से मेल खाती है.
Chhattisgarh News: जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी की पत्नी रेणु जोगी ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) शासित राज्य में अपनी पार्टी को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के साथ विलय करने का आग्रह किया है. आठ साल पहले अजीत जोगी द्वारा गठित क्षेत्रीय पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास रखती है.
रेणु जोगी ने बीते गुरुवार (19 दिसंबर) को कहा, ‘‘हमने कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज से अनुरोध किया है कि वह जेसीसी (जे) का विलय कांग्रेस में कर दें और हमारे पार्टी नेताओं तथा कार्यकर्ताओं को पार्टी में शामिल कर लें.’’
पार्टी ने सर्वसम्मति से लिया फैसला
रेणु जोगी और उनके बेटे व जेसीसी (जे) के प्रदेश अध्यक्ष और रेणु जोगी के बेटे अमित अजीत जोगी ने दीपक बैज को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री दिवंगत अजीत जोगी द्वारा गठित की गई राज्य की एकमात्र मान्यता प्राप्त क्षेत्रीय पार्टी ‘जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे)’ कांग्रेस की विचारधारा में विश्वास करती है. हमारी पार्टी की कोर कमेटी ने सर्वसम्मति से पार्टी का कांग्रेस में विलय करने और राज्य कांग्रेस इकाई में शामिल होने का फैसला किया है.’’
साल 2016 में अजीत जोगी ने शुरू की थी पार्टी
छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होने के बाद जून 2016 में जेसीसी (जे) की स्थापना की थी, जिसे जोगी कांग्रेस के नाम से भी जाना जाता है. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में जेसीसी (जे) ने अकेले चुनाव लड़ा और एक भी सीट नहीं जीत सकी.
यह भी पढ़ें: Chhattisgarh: रायपुर-बिलासपुर रूट पर विमान सेवा का CM साय ने किया उद्घाटन, किराया ₹999