Janjgir Champa: दवाइयों की खाली शीशी से बनाया मिनी पंडाल, अनोखे अंदाज में बना डाला गणेश जी का मंडप
Ganesh Chaturthi 2023: छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा में अमित तंबोली हर साल गणेश उत्सव पर अनोखे अंदाज में पंडाल बनाते हैं. इस साल उन्होंने खाली शीशी का इस्तेमाल कर पंडाल बनाया है.
Janjgir-Champa News: हमेशा सुर्खियों में रहने वाले जांजगीर-चांपा के कलाकार अमित तंबोली (Amit Tamboli) ने एक बार फिर अपनी कला से लोगों को आकर्षित किया है. अमित गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) पर अलग अंदाज में मिनी गणेश पंडाल (Ganesh Pandal) का निर्माण करते हैं. इस साल भी अमित ने इंजेक्शन वॉयल (शीशी) और एम्पुल से गणेश पंडाल बनाया है. यह पंडाल 36 इंच लंबा, 36 इंच ऊंचा और 34 इंच चौड़ा है. अमित तंबोली ने बताया कि इसे बनाने के लिए कांच की शीशी, पार्टिकल बोर्ड, सिलिकॉन गलू, फेविक्विक, ग्लास, बाऊल, रबर टॉप और एल्युमिनियम का इस्तेमाल किया गया है.
इंजेक्शन की लगभग 1465 शीशी और लगभग 1730 एम्पुल और 828 रबर के ढक्कन का उपयोग हुआ है. इसके अलावा करीब 2000 एल्युमिनियम कवर भी पंडाल में लगाई गई है. इंजेक्शन की शीशी के हर चीज का इस्तेमाल पंडाल में किया गया है. कलाकार अमित तंबोली ने बताया कि इस अनोखी कलाकारी में हमेशा की तरह उनके पिता और मां के अलावा परिवार के अन्य सदस्यों का भी साथ मिला. उन्होंने पंडाल बनाने में योगदान देने के लिए स्थानीय लोगों के प्रति भी आभार जताया है.
पंडाल बनाने में अमित तंबोली को लगे 120 घंटे
अमित तंबोली ने बताया कि शीशी को खोलने, धोने, पोंछने, काटने और इस पंडाल को बनाने में 120 घंटे का समय लगा है. हर सुबह आरती के बाद अलग अलग प्रसाद का वितरण सारा दिन किया जाता है. बच्चों को स्पेशल शीशी में मीठी गोली वाला प्रसाद बांटा जाता है.
इन लोगों के सहयोग से बनकर तैयार हुआ पंडाल
कार्यक्रम में सहयोग करने वाले उमाशंकर विजय जांजगीर (प्रेक्टिशनर) एक साल से इंजेक्शन उपयोग के बाद खाली सीसी को संभाल कर रखते रहे. इसके अलावा मेडिकल स्टोर के मालिक ने उन्हें एम्पुल से मदद दी. उन्होंने अमित तंबोली के घर 1800 एम्पुल भेजे ताकि उनका मिनी पंडाल बनाने का सपना पूरा हो पाए.