Chhattisgarh News: जांजगीर-चांपा में सड़कों की स्थिति खराब, मुख्यमंत्री ग्राम सड़क में बजट का रोना, है बूरा हाल
Janjgir-Champa: जांजगीर चांपा और सक्ती जिले में ना तो सीएमजीएसवाई के अंतर्गत नई सड़क बन पा रही है और ना ही पुरानी सड़कों की मरम्मत हो पा रही है. जिसका असर सीधे तौर पर जनता पर पड़ रहा है
Janjgir-Champa News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के जांजगीर-चांपा (Janjgir-Champa) जिले में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना (Mukhyamantri Gram Sadak Yojana) का बुरा हाल है. दरअसल, बीते तीन सालों से इस विभाग में ना तो नया काम हो रहा है और ना ही पुरानी बदहाल सड़कों की मरम्मत हो पा रही है. इसके पीछे बजट का अभाव बताया जा रहा है. ऐसे में पूरे अमले का समय दफ्तरों में ही बीत रहा है. मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत मुख्य मार्ग के आसपास के गांव को जिनकी दूरी पांच से सात किलोमीटर तक है, उन्हें योजना के अंतर्गत सीएमजीएसवाई से जोड़ा जाना है.
इन सड़कों की लंबाई पांच से सात किलोमीटर और चौड़ाई करीब 3.45 किलोमीटर तक होती है. देखा जाए तो मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना विभाग में बजट की समस्या विगत 13 सालों से बनी हुई है. जिसके कारण जांजगीर चांपा और सक्ती जिले में ना तो सीएमजीएसवाई के अंतर्गत नई सड़क बन पा रही है और ना ही पुरानी सड़कों की मरम्मत हो पा रही है. जिसका असर सीधे तौर पर जनता पर पड़ रहा है. बताया जा रहा है कि जांजगीर जिले के नवागढ़, पामगढ़, अकलतरा, बलौदा, शिवरीनारायण, सारागांव इसी प्रकार सक्ती जिले के मालखरौदा चंद्रपुर समेत कई अन्य क्षेत्रों में सीएमजीएसवाई की कई सड़कों की स्थिति खराब हो चुकी है.
पेंड्री में भी सड़कों की स्थिति कुछ अच्छी नहीं
इन सड़कों की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. जिला मुख्यालय जांजगीर से लगे ग्राम पंचायत पेंड्री में भी सड़कों की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है. इसके कारण नवागढ़, केरा मार्ग की ओर आने जाने वाले लोगों को कई तरह की परेशानी खराब सड़क के कारण उठानी पड़ती है. अकलतरा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत कापन मुड़पार में आज भी कच्ची सड़क के माध्यम से मुड़पार से ग्राम तिलई की ओर ग्रामीण आना-जाना करते हैं. ऐसा भी नहीं की इस मार्ग पर सड़क नहीं होने की जानकारी उच्चअधिकारी समेत जनप्रतिनिधियों को ना हो, लेकिन इसके बाद भी पक्की सड़क बनाने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है.
बजट के अभाव में योजना ठप्प
कुल मिलाकर देखा जाए तो बजट के अभाव में मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना जिले में अघोषित रूप से ठप्प हो गई है. विभागीय अमला बजट का रोना बताकर ना तो नई सड़क का काम करा पा रहा है और ना ही बदहाल हो चुकी पुरानी सड़कों की मरम्मत हो रही है. ऐसे में आम लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. खास करके ग्रामीण क्षेत्र के रहवासी इस समस्या से जूझ रहे हैं. जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सड़कों में भारी वाहनों का आवागमन धड़ल्ले से हो रहा है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में बनी डामरीकृत सड़कों की हालत बदहाल हो चुकी है. ना केवल मुख्यमंत्री ग्राम सड़क की सड़कें बल्कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत बने मार्ग भी जर्जर होने लगे हैं.
जिले के नवागढ़ ब्लॉक अंतर्गत दर्जनों गांव में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ग्राम सड़क की बदतर स्थिति इसलिए भी हो रही है, क्योंकि इन मार्गों पर भारी भरकम गाड़ियां चलती है. खास बात यह है कि इन पर कार्रवाई भी नहीं हो रही है. वहीं मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता अरविंद राजमणि ने बताया कि, विभाग में बजट की समस्या बनी हुई है. जिसके चलते नई सड़क की स्वीकृति और पुराने सड़कों की मरम्मत नही हो पा रही है. इस समस्या को लेकर उच्चअधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है. पहल उच्च स्तर पर ही होनी है.